नोएडा :- एमिटी विश्वविद्यालय की अकादमिक, शोध और उद्यमिता विकास के कार्यो की जानकारी प्राप्त करने के लिए आज नेपाल के अतंरप्रेरणा प्राइवेट लिमिटेड और इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेलवलपमेंट से और भूटान से 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडलं ने आज एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा किया। इस प्रतिनिधिमंडल ने नेपाल के इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेलवलपमेंट सुश्री अनु जोशी श्रेष्ठा के नेतृत्व में भ्रमण किया। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला, एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के डीन डा संजीव बंसल ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया।
अनु जोशी श्रेष्ठा ने कहा
नेपाल के इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेलवलपमेंट अनु जोशी श्रेष्ठा ने संबोधित करते हुए कहा कि इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेलवलपमेंट एक अंर्तराष्ट्रीय संस्था है जो हिंदु कुश हिमालय में विज्ञान, निती, नवाचार और उद्यमिता पर केन्द्रीत करते हुए भारत, नेपाल, भूटान, म्यांनमार, पाकिस्तान आदि सहित 8 देशों में कार्य कर रही है। उन्होनें कहा कि एक शोध के अनुसार स्न 2050 तक तापमान 2 प्रतिशत बढ़ जायेगा और हमें जलवायु परिवर्तन की दिशा में मिलकर कार्य करना होगा। हम सहयोग के माध्यम से बेहतर और समान आजीविका के लिए सतत पर्वतीय विकास को सक्षम बनाना चाहते है। उन्होनें कहा कि हम कई क्षेत्रों जैसे विज्ञान, शोध, नवाचार आदि पर कार्य कर रहे है लेकिन हमे व्यापार प्रारंभ और विकास, तकनीकी और स्टार्टअप के लिए इंक्यूबेशन सेंटरों की सहायता आदि क्षेत्र में एमिटी विश्वविद्यालय का सहयोग चाहिए और उपरोक्त क्षेत्र में आपसी सहयोग की संभावनाओं पर विचार किया जा सकता है। कई ऐसे पर्वतीय उत्पाद और उद्योग है जिसके मार्केटिंग, वितरण आदि क्षेत्रों में उद्योगों को एमिटी के ज्ञान की आवश्यकता है। उन्होनें कहा कि हम स्वस्थ पर्वतीय वातावरण के साथ जीविका और उद्यमिता को विकसित करना चाहते है।
डॉक्टर बलविंदर शुक्ला ने कहा
एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने संबोधित करत हुए कहा कि एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा छात्राओ को सदैव उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित किया जाता है इसके अतिरिक्त महिला उद्यमियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम, मार्गदर्शन कार्यक्रम और एमिटी इनोवेशन इंक्यूबेटर द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जाती है। किसी भी देश के विकास के लिए महिलाओं की आर्थिक विकास में सहभागीता और उद्यमिता होना आवश्यक है। क्षमता निर्माण, उद्यमिता सलाह कार्यक्रम, प्रशिक्षण कार्यक्रम के संचालन की संभवनाओं पर विचार किया जा सकता है। महिला उद्यमीयों के विकास के लिए एमिटी द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जाती है।
इस अवसर पर मौजूद रहे
इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के डीन डा संजीव बंसल ने एमिटी विश्वविद्यालय के संर्दभ में, एमिटी सेंटर फॉर एंटरप्रिन्यौरशिप डेवलपमेंट की प्रमुख डा नीलम सक्सेना ने एंटप्रिन्यौरियल एंड मेंटरिंग सिस्टम और ई सेल एक्टिवीटी एट एमिटी पर, एमिटी फांउडेशन फॉर सांइस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन एलांयस के डिप्टी डीजी डा नीरज शर्मा ने ‘‘ इंक्यूबेशन प्रोसेस, प्रैक्टीस एंड मेंटरशिप मैकेनिस्म – भारत सरकार का परिपेक्ष्य’’ पर, प्रस्तुती दी। इस अवसर पर एमिटी फूड एंड एग्रीकल्चर फांउडेशन के डायरेक्टर जनरल डा नूतन कौशिक और एमिटी विश्वविद्यालय के रिसर्च प्लानिंग एंड स्टैटिसटिकल सर्विेसेस के डायरेक्टर डा आर एस राय भी उपस्थित थे।