एमबीबीएस में एडमिशन के नाम पर करोड़ों का फ्रॉड


नोएडा:- नोएडा में एमबीबीएस में एडमिशन का झांसा देकर ठगी करने वाला गिरफ्तार किया गया है। छात्रों को फ ंसाने के लिए उसने फ र्जी कंसलटेंसी ऑफि स खोला था। नेट क्वालीफ ाई न कर पाने छात्रों को फ ोन पर कांटेक्ट कर जाल में फं साता था। 35 लाख में एडमिशन कराने का दावा करता था। इसके बाद रुपए लेकर फ रार हो जाता था।
   पुलिस के मुताबिक, आरोपी का नाम यशवंत चौबे है। वह गिरोह का मास्टरमाइंड है। उस पर 25 हजार का इनाम था। आरोपी को थाना सेक्टर.126 पुलिस ने महामाया फ्लाई ओवर के पास से गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से 1.28 लाख कैश, 2 सोने की अंगूठी, एक सोने की चेन, 5 फ र्जी आधार कार्ड और 2 मोबाइल फ ोन बरामद किए गए है। गैंग ने गुजरात, लखनऊ, कानपुर और राजस्थान के छात्रों के साथ करोड़ों की ठगी की है। डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि 3 जनवरी को एक शख्स ने शिकायत की। पीडि़त ने बताया कि एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के नाम पर जालसाजों ने उनकी बेटी से करीब 14 लाख रुपये ले लिए। पैसे ट्रांसफ र होने के बाद आरोपियों ने अपना नंबर बंद कर दिया था। छात्रा ने कंसलटेंसी में रजिस्ट्रेशन कराया था। उसे ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ  मेडिकल साइंस बेंगलुरु में डठठै के कोर्स में एडमिशन दिलाने को कहा गया था। इसके लिए उसने 13 लाख 98 हजार रुपए दिए थे। पुलिस ने एफ आईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। पता चला कि गिरोह का सरगना यश चौबे है, जो जय मेहता, यशवंत चौबे और यश चतुर्वेदी सहित अन्य नाम से छात्रों से संपर्क करता था। डीसीपी ने बताया कि ये गैंग परीक्षा में असफ ल विद्यार्थियों की डिटेल नैट से निकालकर उनसे सम्पर्क कर उन्हें अपने ऑफि स में बुलाकर उनकी काउंसिलिंग करते हैं। किसी कॉलेज में एडमिशन दिलाने का आश्वासन देकर उन्हें कॉलेज के पास बुलाकर किसी होटल में वहां पहले से मौजूद अपने गैंग के अन्य सदस्य से मिलाकर जिसे उस कॉलेज का प्रशासनिक अधिकारी बताकर लाखों रुपए एठ लेते थे। यह गैंग एक असफ ल विद्यार्थी से सम्पर्क करने के लिए एक ही सिम का प्रयोग करते थे। कॉलेज में एडमिशन के नाम पर 30.35 लाख रुपए व अन्य राज्य में एडमिशन के नाम पर 20.25 लाख रुपए वसूले थे। इस गैंग के सरगना द्वारा बैंकों में 13 खाते अपने व अपने सहयोगियों के नाम से संचालित किए जा रहे थे। जिनमें से पुलिस द्वारा कुल 2 लाख 80 हजार पहले ही सीज किए जा चुके है। यह गैंग 3.4 वर्षों से इस तरह की घटनाएं कर रहा है। जो एक स्थान पर लगभग 1.2 माह संचालित होकर अपना ऑफि स खाली कर गायब हो जाता है। अभी तक मालवीय नगर, कानपुर, लखनऊ, नोएडा आदि शहरों में इनके ऑफि स रहने का पता चला है। से लोग गुजरात, लखनऊ, राजस्थान, कानपुर आदि शहरों के परीक्षा में असफ ल छात्रों से इनके द्वारा एडमिशन के नाम पर पैसे वसूले की बात पता चली है। डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि यशवंत चौबे ने आजमगढ़ से एमए किया। इसके बाद उसके दिमाग में पैसा कमाने का जुनून सवार हुआ। वो दिल्ली आ गया। यहां वो दीपक आईटी का जानकार था, से हुआ। यशवंत ने दीपक के साथ मिलकर करियर से संबंधित कंपनियां खोलकर ठगी शुरू की। इस गैंग के 02 सक्रिय सदस्य दीपक और राजेश पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके है।