HIGHLIGHTS
:- पायलट प्रोजेक्ट की तर्ज बनेंगे 4 शेल्टर, एओए करेगा रखरखाव और संचालन
:- पालतू जानवरों के मालिक पर लग सकता है जुर्माना
नोएडा :- शहर में डॉग को लेकर चल रहा विवाद स्थाई रूप से समाप्त करने पर काम किया जा रहा है। इसके लिए नोएडा प्राधिकरण ने 18 डाग शेल्डर बनाने निर्णय लिया है। पहले पायलट प्रोजेक्ट की तर्ज पर चार डाग शेल्टर बनाए जाएंगे। उसका रिस्पांस देखने के बाद आगे के शेल्टर बनाने की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। इन डाग शेल्टर का संचालन व रखरखाव सेक्टर और एओए को ही करना होगा।
नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रित महेश्वरी ने बताया
नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने कहा कि शहर में प्राधिकरण के 18 जगहों पर बायोमैथनाइजेशन, कंपोस्ट प्लांट संचालित हो रहे है। इसी के साथ डाग शेल्टर की जगह उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए आरडब्ल्यूए और एओए से सुझाव मांगा गया है। यदि सहमति बनती है, जो यह शेल्टर तैयार कर दे दिया जाएगा। जहां पर कुत्तों का वैक्सीनेशन, खाना खिलाना समेत अन्य गतिविधियों को अंजाम दिया जा सकेगा। शहर में पिछले कई महीनों से आवारा कुत्तों के काटने के मामले तेजी से बढ़े है। खासकर नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में। इनके वीडियो भी वायरल हुए। जिसके बाद नोएडा में आरडब्ल्यूए और सोसाइटी के साथ मिलकर प्राधिकरण इस पर काम शुरु किया है। सीईओ ने कहा कि आवारा कुत्तों की नसबंदी का काम का सत्यापन आरडब्ल्यूए और एओए से कराने के बाद ही संबंधित कंपनी को भुगतान किया जाए।
अब तक कितने पालतू कुत्तों का हुआ रजिस्ट्रेशन और नसबंदी
बता दे नोएडा में अब तक 1700 पालतु कुत्तों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। 2017 से अब तक 39500 कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है। इसके लिए प्राधिकरण की ओर से दो संस्थाएं काम कर रही है। पहली ह्यूमन वेलफेयर सोसाइटी और दूसरी एनिमल इंडिया ट्रस्ट।
पालतू जानवरों के मालिक पर लग सकता है जुर्माना
पैट मालिक अपने जानवर को खुले स्थान, पार्क या सार्वजनिक स्थान पर शौच कराता है। शिकायत होने पर प्राधिकरण जानवर के मालिक पर एक्शन लेगा। पहली शिकायत सही पाए जाने पर 100 रुपए, दूसरी बार में 200 और तीसरी बार में 500 रुपए का जुर्माना लगाकर नोटिस भेजा जाएगा। अधिक शिकायतें आने पर पंजीकरण निरस्त कर दिया जाएगा। शिकायत का निस्तारण एक सप्ताह में कर दिया जाएगा।