Noida : नोएडा में अब सेक्टर और सोसाइटी के बाहर बनेंगे डॉग शेल्टर

:- नोएडा अथॉरिटी ने आवारा कुत्तों से निपटने केले की तैयारी


नोएडा :- आवारा कुत्तों के लिए सेक्टरों और सोसाइटी के आसपास शेल्टर होम बनाए जाएंगे। इस शेल्टर में आवारा कुत्तों की फीडिंग भी कराई जाएगी। इसके लिए नोएडा प्राधिकरण आरडब्ल्यूए और अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन एओए के साथ मिलकर जगह चिह्नित करेगा। प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ने जन स्वास्थ्य विभाग को दिए हैं।

पिछले कई महीनों में अचानक बढ़े आवारा कुत्तों के काटने के मामले


   शहर में पिछले कई महीनों से आवारा कुत्तों के काटने के मामले तेजी से बढ़े हैं। खासकर नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में है। इनके वीडियो भी वायरल हुए है। जिसके बाद नोएडा में आरडब्ल्यूए और सोसाइटी के साथ मिलकर प्राधिकरण ने एक फोरम बनाने की बात कही। फोरम बनाने का काम चल रहा है। प्राधिकरण सीईओ रितु माहेश्वरी ने सभी सेक्टरों और सोसाइटी में एक स्थान चिन्हित करने को कहा है। उन्होंने कहा कुत्तों के लिए शेल्टर बनाया जाएगा। इसके लिए जगह देखा जा रहा है।

क्या है प्रमुख बातें

आवारा कुत्तों की नसबंदी का सत्यापन आरडब्ल्यूए और एओए से कराने के बाद ही संबंधित कंपनी को भुगतान किया जाए। पालतू कुत्तों के रजिस्ट्रेशन होगा। इनका वैक्सीनेशन किया जाएगा। अब तक 1700 पालतु कुत्तों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। 2017 से अब तक 39 हजार 500 कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है। इसके लिए प्राधिकरण की 2 संस्थाएं काम कर रही हैं। पहली ह्यूमन वेलफेयर सोसाइटी और दूसरी एनिमल इंडिया ट्रस्ट। पैट मालिक अपने जानवर को खुले स्थान, पार्क या सार्वजनिक स्थान पर शौच कराता है। शिकायत होने पर प्राधिकरण जानवर के मालिक पर एक्शन लेगा। पहली शिकायत सही पाए जाने पर 100 रुपए, दूसरी बार में 200 और तीसरी बार में 500 रुपए का जुर्माना लगाकर नोटिस भेजा जाएगा। अधिक शिकायतें आने पर पंजीकरण निरस्त कर दिया जाएगा। शिकायत का निस्तारण एक सप्ताह में कर दिया जाएगा।

पैट के रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी हैं यह दस्तावेज

नोएडा अथॉरिटी की कोऑर्डिनेटर हुसाना परवीन की मानें तो सोसाइटी और कालोनी में पैट रजिस्ट्रेशन के लिए कैम्प लगाया जाएगा। कैम्प में रजिस्ट्रेशन के लिए आने वाले पैट लवर को एक आईडी प्रूफ, एक एड्रेस प्रूफ, पैट मालिक के दो फोटो और पैट के वैक्सीनेशन का कार्ड लेकर आना होगा।इसके साथ ही फीस के रूप में 500 रुपये भी जमा कराने होंगे। हुसाना का कहना है कि इस कैम्प का मकसद पैट की जानकारी इकट्ठा करना, उनके वैक्सीनेशन की डिटेल जमा करना और किस-किस ब्रीड के पैट नोएडा की सोसाइटी और कालोनियों में पल रहे हैं यह डाटा जमा करना है।