नोएडा :- आजादी के अमृत महोत्सव हर घर तिरंगा अभियान के उपलक्ष्य में मंगलवार को सेक्टर 137 फेलिक्स अस्पताल में स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा यात्रा निकाली गई। रैली में अस्पताल के डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ ने भाग लिया। फेलिक्स हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉक्टर डी.के गुप्ता ने बताया कि सभी कर्मचारियों ने बड़े ही जोश के साथ रैली में भाग लिया, भारत माता की जय, वंदे मातरम का नारा लगाया। यात्रा में सोसाइटी के लोगों, राहगिरी कम्युनिटी आवाम अस्पताल के स्टाफ, डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया | लोगों से आजादी के अमृत महोत्सव के तहत अपने घरों पर तिरंगा लगाने की अपील की। 15 अगस्त 1947 को भारत अंग्रेजों की गुलामी की जंजीरों को तोड़कर आजाद हुआ। उस स्वतंत्रता के लिए लाखों-करोड़ों लोगों ने अपना बलिदान दिया। आज साल 2023 में जब देश स्वतंत्रता की 76वीं वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है इसलिए लोगों को चाहिए कि अपने घरों में तिरंगा लगाकर एकता में अनेकता की मिसाल पेश करें। आज के दिन आजादी की लड़ाई में देश के लिए कुर्बानी देने वाले वीर शहीदों को याद किया जाता है। इस बार प्रत्येक जगह पर आजादी का जश्न देखने को मिल रहा है। इसलिए शहीदों की कुर्बानी को याद दिलाने वाले कार्यक्रम आयोजित किया गया है। हम सब संकल्प लें कि भारत मां की शान और स्वाभिमान पर कभी आंच नहीं आने देंगे। देश की एकता और अखंडता को कम नहीं होने देंगे। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है और हर घर तिरंगा’ अभियान शुरू किया गया है। इस बार के स्वाधीनता दिवस समारोह को ऐतिहासिक बनाने के लिए हम सबको अपने-अपने घरों पर तिरंगा फहराना है।फेलिक्स अस्पताल की तिरंगा यात्रा के दौरान फ्री हेल्थ चेक-अप दिया गया और एक जैसी टी-शर्ट पहन कर लोगों ने भारत की एकता को याद किया, यात्रा के बाद रेफ्रेशमेंट्स का भी प्रबंध किया गया | कार्यक्रम में अस्पताल की डायरेक्टर डॉ रश्मि गुप्ता ने कहा कि 15 अगस्त 1947 की रात भारत देश आजाद हुआ था। अंग्रेजों ने पूरे 200 सालों तक हम पर राज किया था। देश को आजाद कराने में भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस, बाल गंगाधर तिलक, सुखदेव, सरदार वल्लभभाई पटेल, गोपाल कृष्ण गोखले, लाला लाजपत राय, महात्मा गांधी जैसे अनेक वीरों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। जिन्होंने अंग्रेजों को खदेड़ने में जी जान लगा दिया। कई तरह के विद्रोह और आंदोलन किए गए जिसके बाद अंत में थककर अंग्रेजों ने भारत से जाना ही उचित समझा। 15 अगस्त को और ज्यादा ख़ास बनाने के लिए फ़ेलिक्स अस्पताल में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी कराये गए इस कार्यक्रम में डॉक्टर और अन्य स्टाफ मौजूद रहे |