हापुड़।
आर्य समाज हापुड़ का 133 वाँ वार्षिकोत्सव चतुर्वेद शतकम यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ सोल्लास संपन्न हुआ।
युवा जागृति सम्मेलन में संबोधित करते हुए केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि संस्कारित युवा पीढ़ी राष्ट्र का आधार है उन्हें सुसंस्कारित करना आर्य समाज का दायित्व है।उन्होंने कहा कि आर्य समाज एक क्रांतिकारी आंदोलन है जो हर राष्ट्रीय मुद्दे पर अग्रणी भूमिका निभाता है।देश की आजादी की लड़ाई में आर्य समाज ने अनेकों क्रांतिकारी दिए और जेलो को भरा तब जाकर देश आजाद हुआ।महर्षि दयानन्द जी केवल धार्मिक समाज सुधारक ही नहीं थे अपितु उनका चिंतन सर्वागीण था।जहां उन्होंने पाखंड अन्धविश्वास कुरीतियों पर प्रहार किया साथ ही राष्ट्रीय विचार भी दिए उनका मानना था कि कोई कितना ही करे पर स्वदेशी राज्य सर्वोत्तम होता है।आज पूरा विश्व महर्षि दयानन्द सरस्वती जी की 200 वीं जयंती मना रहा हैं इस अवसर पर सबको घर गली कूचे तक उनका संदेश पहुंचाने का संकल्प लेना है।कार्यक्रम का कुशल संचालन अनुपम आर्य ने किया।
आचार्य योगेश जी वैदिक ने अपने उद्बोधन में कहा कि अपने बच्चों को संपत्ति के साथ संस्कार भी दीजिए जिससे आपका और समाज का कल्याण संभव है।
राष्ट्र जागृति सम्मेलन में सार्वदेशिक सभा के प्रधान स्वामी आर्यवेश, अपने विचार रखेl पूर्व केंद्रीय मंत्री,डॉक्टर सत्यपाल सिंह सांसद बागपत ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में कहा की राष्ट्र जागृति का कार्य सर्व प्रथम महृषि दयानंद सरस्वती ने किया था।उनके द्वारा स्थापित आर्य समाज अपने स्थापना काल से अबतक राष्ट्र का सजग प्रहरी बन कर इस और निरंतर कार्य कर रहा है।वर्तमान में अनेकों समस्याएं है ।हमे वेदों के मार्ग पर चलते हुए भारत को उन्नति के शिखर पर ले जाना है।राष्ट्रवादी संघटनओ को अपने साथ मिलाकर कार्य करना चाहिए।अध्यक्षता नरेंद्र आर्य ने की।मंच का संचालन आनंद प्रकाश आर्य ने करते हुए उत्सव के समापन पर सभी विद्वानों,आर्य समाज के सक्रिय सदस्यों तथा नगर एवम विभिन्न आर्य समाज से पधारे व्यक्तियों का धन्यवाद दिया।सहसंयोजक मदन लाल गोयल रहे।
सुप्रसिद्ध गायक कंचन कुमार और प्रवीण आर्य ने मधुर भजन प्रस्तुत किए।आर्य समाज के प्रधान पवन आर्य, मंत्री संदीप आर्य,अमित शर्मा, महिला प्रधान वीना आर्य, माया आर्या आदि ने योगदान दिया तथा यज्ञवीर चौहान,त्रिलोक शास्त्री उपस्थित रहे।