नई दिल्ली।
दिल्ली की मंत्री आतिशी को चुनाव आयोग ने शुक्रवार को नोटिस भेजा है,जो इस समय दिल्ली में एक बार फिर से चर्चा का विषय बना हुआ है।इसमें उनके बीजेपी में शामिल होने या जेल जाने का सामना करने वाले दावे पर जवाब मांगा गया। चुनाव आयोग ने उनसे सोमवार (8 अप्रैल) दोपहर 12 बजे तक जवाब मांगा है। चुनाव आयोग ने कहा कि नोटिस के हर एक पैरा का लिखित में जवाब दिया जाए। सूत्रों के मुताबिक
निर्वाचन आयोग ने आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी को हिदायत दी है कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लगाई गई आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के दौरान किसी अन्य राजनीतिक दल के खिलाफ अपुष्ट आरोप, गलत बयानबाजी और मतदाताओं को भ्रमित करने से बचना चाहिए। दरअसल ये पूरा मामला आप नेता आतिशी द्वारा हालिया की गई उस प्रेस वार्ता से जुड़ा हुआ है जिसमें उन्होंने भाजपा द्वारा उनके एक करीबी से संपर्क कर भाजपा में शामिल होने की बात कही थी
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने भी दिल्ली की मंत्री आतिशी को नोटिस भेजा था और सवाल करते हुए कहा था कि किसकी तरफ से पार्टी में आने का ऑफर मिला है। उसका खुलासा किया जाना चाहिए। किस व्यक्ति ने आपसे संपर्क किया था। साथ ही, बीजेपी ने यह भी कहा था कि अगर सच सामने नहीं लाया जाता है तो कानूनी प्रक्रियाओं को अपनाया जाएगा।
आतिशी ने किया था दावा
बता दें कि दो अप्रैल को दिल्ली की मंत्री आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दावा किया था कि उन्हें भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी की ओर से पार्टी ज्वाइन करने का ऑफर मिला है। उन्होंने कहा कि मेरे एक करीबी के द्वारा मुझे बीजेपी में आने का ऑफर दिया गया। मुझसे कहा गया कि बीजेपी के साथ आ जाओ नहीं तो आने वाले एक महीने के अंदर प्रवर्तन निदेशालय की मेरे घर पर रेड पड़ेगी और मुझे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने यह भी दावा किया था कि भारतीय जनता पार्टी का इरादा है कि आने वाले 2 महीने के अंदर मुझे, सौरभ भारद्वाज, राघव चड्ढा और दुर्गेश पाठक को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।