नई दिल्ली।
गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा देने की मांग को लेकर जगद्गुरु शंकराचार्य गोवर्धन से दिल्ली के क्रम में आज दिल्ली पहुंचे। गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिए जाने के इस आह्वान पर जगतगुरु के साथ सनातन हिंदू धर्म के हजारों की संख्या में लोगों ने उनका दिल्ली स्थित बदरपुर बॉर्डर पर भव्य स्वागत करते हुए बड़ी संख्या में लोगों ने उनके साथ नंगे पांव ही कदमताल किया।नंगे पांव यात्रा के साथ-साथ चलने वाले लोगों तथा पूज्य जगतगुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी पर पुष्प वर्षा कर अाशीर्वाद लिया।
इस मौके पर बड़ी संख्या में लोगों ने कहा ने कहा कि गौमाता में देवताओं का वास है। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि भारत माता और गौ माता की जय बोलने वाली भाजपा सरकार में गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने के लिए जगत गुरु शंकराचार्य को ही नंगे पांव यात्रा करनी पड़ रही है। बद्रिका-ज्योतिष पीठाधीश्वर पूज्यनीय जगत गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरा नंद जी सरस्वती ने कहा कि देवताओं और ऋषियों द्वारा पूजित गौ माता को बेरहमी से क़त्ल किया जाता है, कोई भी सरकार गौ हत्या पर रोक नही लगा पा रही है। कुछ दिन पहले ही गोवर्धन से वृंदावन होते हुए उनकी यात्रा शुरू हुई है, जो आज दिल्ली पहुंचे।शंकराचार्य नंगे पैर ही सड़क पर यात्रा कर रहे हैं। इस मांग को लेकर वह दिल्ली के संसद भवन तक अपनी इस यात्रा को ले जा रहे हैं।
शंकराचार्य ने बताया कि देश में सभी पार्टियों की सरकारी आईं, लेकिन गौ हत्या पर किसी भी सरकार ने रोक नहीं लगाई। इस बार वह सनातन धर्म प्रेमियों से अपील जरूर करेंगे कि गौ हत्या को बढ़ावा देने वाले किसी भी नेता का खुलेआम चुनाव में विरोध करें।
शंकराचार्य ने कहा कि देश की सरकार को 4 महीने पहले अपनी इस यात्रा के आगमन तथा गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा देने की मांग से संबंधित संदेश पहुंचा चुके हैं l उन्होंने बताया कि 1966 में गौ भक्तों पर तत्कालीन सरकार ने गोलीबारी की थी, यह यात्रा संसद भवन के पास वहीं तक पहुंचेगी और सरकार से गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा देने का आग्रह करेगी।
शंकराचार्य ने कहा कि उन्हें इस बात से कोई मतलब नहीं है कि गौ हत्या को बढ़ावा देने वाले कांग्रेसी हैं या बीजेपी वाले।लेकिन, 100 करोड़ सनातन धर्म के लोगों की यह मांग है कि गौ माता की हत्या बंद होनी चाहिए और गाय को राष्ट्र माता का दर्जा मिलना चाहिए।