गाजियाबाद:- गाज़ियाबाद के विजयनगर थाने में छह साल से अधिक समय के बाद एक महिला से मारपीट का मामला दर्ज किया गया। कोर्ट के आदेश के बाद पीड़िता के भाई-भाभी व भतीजे के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। महिला का आरोप है कि घटना की शिकायत देने पर पुलिस ने सिर्फ एनसीआर दर्ज की थी। तमाम अधिकारियों से गुहार लगाने पर भी कार्रवाई न होने पर उसे कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। मिली जानकारी के अनुसार प्रताप विहार सेक्टर-11 निवासी सुनीता का कहना है कि 13 अप्रैल 2016 की रात करीब नौ बजे वह अपने घर के बाहर खड़ी थीं। उसी दौरान सेक्टर-4 राजनगर निवासी उनका भाई पंकज, भतीजा राजू व भाभी ललिता आए और गाली-गलौच शुरू कर दी। उन्होंने विरोध किया तो तीनों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। तीनों ने उन्हें लात-घूंसों से पीटा। शोर मचाने पर मोहल्ले के लोग आए तो तीनों आरोपी धमकी देते हुए फरार हो गए। सुनीता का कहना है कि उन्होंने पुलिस में घटना की शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने की बजाय सिर्फ एनसीआर दर्ज कर पल्ला झाड़ लिया। पुलिस से कई बार गुहार लगाने के बावजूद केस दर्ज नहीं किया गया। थक-हारकर उन्होंने कोर्ट में शरण ली। पीड़िता के प्रार्थना-पत्र पर सुनवाई करते हुए अदालत ने विजयनगर पुलिस को घर में घुसकर मारपीट करने व धमकी देने की धाराओं में केस दर्ज कर विवेचना करने के आदेश दिए। एसएचओ योगेंद्र मलिक का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर पीड़िता के भाई-भाभी व भतीजे के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।