राम लला की प्रथम आरती के लिए रथों से आ रहा 600 किलो घी , जानिए विशेषता

जोधपुर/ लखनऊ

 अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी राम भक्तों में उत्साह है। इस भव्य कार्यक्रम के लिए अनेक प्रकार की तैयारियां की जा रही हैं। इसी कड़ी में भगवान की प्रथम आरती व महायज्ञ के लिए 600 किलो देशी घी जोधपुर से आ रहा है। ये घी 11 रथों के जरिए 600 किलो शुद्ध देशी घी अयोध्या के लिए भेजा गया है। इसे गौ घृत यात्रा का नाम दिया गया है। इस घी से मंदिर में अखंड ज्योत प्रज्जवलित की जाएगी। बता दें कि अगले वर्ष 22 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी अयोध्या में भगवान श्री राम के नवनिर्मित मंदिर में रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इस समारोह में दुनिया की कई बड़ी हस्तियों के शामिल होने की संभावना है।

9 वर्षों में तैयार हुआ इतना घी:

बता दें कि जोधपुर के बनाड़ स्थित श्री श्री महर्षि संदीपनी राम धर्म गौशाला से 11 रथों में 600 किलो घी भेजा गया है। गौशाला के पदाधिकारियों का कहना है कि ये घी 9 वर्षों में तैयार किया गया है। इसके लिए गायों को सिर्फ हरा चारा , सूखा चारा और पानी ही खिलाया जाता था। यही नहीं इन गायों को किसी भी प्रकार के बाहरी खाद्य पदार्थों से दूर रखा जाता था। इस घी को इसी तरह शुद्ध और सहेजकर रखने के लिए भी विशेष बूटी का इस्तेमाल किया गया।

6 माह में तैयार हुए विशेष रथ:

महर्षि संदीपनी महाराज बताया कि पहले यह संकल्प था कि एक भव्य रथ में एक कलश होगा कुल 108 रथ रवाना करना चाहते थे लेकिन, समय कम बचा बीच में चुनाव आ गए ऐसे में 11 रथों के अलावा 97 छोट-छोटे प्रतीक रथ तैयार किए इन रथों को भी मुख्य रथों में रखा गया है, इस तरह बैलों से खींचे जाने वाले रथ 11 हैं और बाकी छोटे प्रतीक रथ हैं। इन रथों को गौशाला में ही 6 महीने से तैयार किया जा रहा था। हर रथ पर 3.5 लाख रुपए लागत आई है। इन रथों में 108 स्टील के कलश रखे हैं, जिनमें कुल 600 किलो घी है।

मुख्य रथों में घी के कलशों के अलावा शिवलिंग, भगवान गणेश और हनुमान की प्रतिमाएं, राम नाम लिखी पताका, हनुमान पताका हैं।

लखनऊ में होगी भव्य शोभा यात्रा:

इस यात्रा से जुड़े सेवादारों का कहना है कि जोधपुर से पाली- अजमेर-ब्यावर-जयपुर-भरतपुर के बाद उत्तर प्रदेश में प्रवेश ये रथ प्रवेश करेंगे। उत्तर प्रदेश में मथुरा और लखनऊ होते हुए यात्रा अयोध्या पहुंचेगी। यहां गौशाला से जुड़े भक्त और सेवक यात्रा को लेकर प्रशासन से अनुमति लेंगे। शोभायात्रा निकालने का प्रबंध करेंगे उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर में यह यात्रा पांच दिन तक रहेगी। पूरे लखनऊ शहर में इस यात्रा को बैलों के साथ घुमाए जाने का कार्यक्रम है।