45 साल पुरानी अधूरी डिग्री को पूरा करने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय में किया नामांकन

दिल्ली यूनिवर्सिटी में ‘शताब्दी अवसर’ योजना के तहत मिल रहा पुराने छात्रों को मौका

नई दिल्ली:- ज्ञान लेने की कोई उम्र और कोई सीमा नहीं होती। इसी बात को चरितार्थ करते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय के एक 45 साल पुराने छात्र ने अपनी अधूरी रह गई डिग्री को पूरा करने के लिए नामांकन किया है। 60 वर्ष की उम्र के पार पहुंच चुके दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र की अब इस उम्र में भी अपनी डिग्री पूरी करने के लिए नामांकन की विभागों में खूब चर्चा है। दरअसल इन दिनों दिल्ली विश्वविद्यालय ने शताब्दी अवसर योजना के तहत पुराने छात्रों की पढ़ाई पूरी करने के लिए एक मौका दिया है। जाहिर है अगर किसी कारण से आपकी पढ़ाई बीच मे ही छूट गई थी,तो अब दिल्ली विश्वविद्यालय आपको एक बार फिर अपने डिग्री प्रोग्राम को  पूरा करने का शताब्दी अवसर दे रहा है।

क्या है शताब्दी अवसर:

शताब्दी अवसर एक ऐसी विशेष सुविधा है जिसमें वे छात्र अपना पंजीकरण करा सकते हैं, जो किन्हीं कारणों से डिग्री पूरी नहीं कर सके। दिल्ली विश्वविद्यालय के अंडर-ग्रेजुएट, पोस्ट-ग्रेजुएट, व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लास्ट ईयर के सभी संबंधित पूर्व छात्र शताब्दी विशेष अवसर की परीक्षा 2022 के लिए एलिजिबल हैं। इसमें नियमित, एनसीडब्ल्यूईबी, एसओएल और बाहरी सेल के छात्र आवेदन कर सकते हैं। हालांकि शताब्दी अवसर का लाभ केवल उन्हीं छात्रों को मिल सकेगा, जिन्होंने तीसरे सेमेस्टर (पीजी) तक अपनी पढ़ाई पूरी की है। आवेदन 15 जुलाई 2022 तक किए जा सकते हैं। 

क्या कहते है अधिकारी:

 दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन प्रोफेसर डीएस रावत के अनुसार शताब्दी अवसर परीक्षा के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि अब 15 जुलाई शुक्रवार शाम 5 बजकर 30 मिनट तक बढ़ा दी गई है। विद्यार्थियों द्वारा भरे गए पंजीकरण प्रपत्रों की पुष्टि एवं सत्यापन 18 जुलाई तक पूर्ण कर लिया जाएगा। छात्र ऑनलाइन छात्र पोर्टल का उपयोग करके अपना पंजीकरण फॉर्म भर सकते हैं। छात्र भरे हुए फॉर्म का प्रिंटआउट रखें। उनके संबंधित संकाय विभाग या कॉलेज द्वारा पंजीकरण फॉर्म की पुष्टि के बाद अनंतिम प्रवेश पत्र जारी किया जाएगा। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *