निसंतान महिलाओं के लिए खुशखबरी


सफदरजंग अस्पताल में शुरु हुआ फ्री आईवीएफ क्लीनिक


नई दिल्ली:- निसंतान महिलाओं के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में फ्री आईवीएफ क्लीनिक की शुरुआत की गई है। जहां आइवीएफ की सुविधा लेने वाली महिलाओं को इंजेक्शन बाजार से खरीदना पड़ेगा,बाकी अस्पताल द्वारा कोई भी फीस नहीं ली जाएगी। इसी के साथ सफदरजंग यह सुविधा शुरू करने वाला दिल्ली का तीसरा सरकारी अस्पताल है। हालांकि आइवीएफ क्लीनिक का विधिवत उद्घाटन होना अभी बाकी है।
बता दें कि सफदरजंग अस्पताल में यह सुविधा शुरू करने के लिए मंत्रालय से जुड़ी संसदीय समिति ने एक या दो बार नहीं बल्कि छह बार सिफारिश की। इसका कारण यह है कि आइवीएफ की सुविधा निजी अस्पतालों में ही ज्यादा है। सरकारी अस्पतालों में इसकी सुविधा कम है। दिल्ली में सिर्फ एम्स और लोकनायक अस्पताल में इसकी सुविधा पहले से है।
ये हैं सुविधाएं:
सफदरजंग अस्पताल के गायनी ब्लॉक में अत्याधुनिक सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी केंद्र की स्थापना की गई है। इसमें आइवीएफ के लिए जरूरी उपकरण लगाए गए हैं और एंब्रियोलाजी विशेषज्ञ की नियुक्ति भी कर ली गई है। अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि आइवीएफ की सुविधा लेने वाली महिलाओं को इंजेक्शन बाजार से खरीदना पड़ेगा। डॉक्टर बताते हैं कि आइवीएफ के लिए फालिकल स्टिमुलेटिंग हार्मोन (एफएसएच), ह्यूमन मीनोपजल गोनाडोट्रोपिन (एचएमजी) और ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (एचसीजी) इंजेक्शन आते हैं। इंजेक्शन 12 दिन तक दिया जाता है। इसके बाद 13वें या 14वें दिन अंडाशय से अंडाणु निकाले जाते हैं।

लाखों का खर्च हजारों में:
बता दें कि निजी आइवीएफ सेंटर का नेटवर्क बड़े शहरों में लगातार बढ़ता जा रहा है। सन्तान प्राप्ति के मोह में लोग यहां खूब पैसा भी फूंक रहे हैं। औसतन इन निजी आईवीएफ सेंटरों में इलाज का खर्च चार से पांच लाख रुपये तक है। इस वजह से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के दंपती निजी अस्पतालों में इलाज नहीं करवा पाते। अब इन सरकारी सेंटरों पर सिर्फ आपको इंजेक्शन बाहर से लेना होता है,जिसमें 30 से 40 हज़ार का खर्च आता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *