नोएडा :- सनशाइन बिल्डर्स कंपनी के मालिक हरेंद्र यादव पर गंभीर आरोपों के तहत पुलिस ने उनके विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई करोड़ों रुपये की बिजली धोखाधड़ी और गबन के मामलों में की गई है। हरेंद्र यादव पर आरोप है कि उन्होंने अपने ग्राहकों से बिजली और मेंटेनेंस के नाम पर भारी राशि वसूली, लेकिन संबंधित विभाग को उसका भुगतान नहीं किया। पुलिस ने इस मामले में हरेंद्र यादव समेत चार आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है और जांच तेज कर दी है।
क्या है पूरा मामला?
हाल ही में हरेंद्र यादव के खिलाफ नोएडा के सेक्टर-113 समेत दो अन्य थानों में शिकायतें दर्ज की गई थीं। शिकायतों में आरोप लगाया गया था कि यादव ने अपने आवासीय प्रोजेक्ट्स में रहने वाले बायर्स से बिजली बिल और अन्य मेंटेनेंस शुल्क की वसूली की, लेकिन बिजली विभाग को भुगतान नहीं किया। यह मामला तब उजागर हुआ जब बिजली विभाग ने सनशाइन बिल्डर्स की एक प्रमुख सोसाइटी में बिजली काटने की कार्रवाई शुरू की। जब बायर्स को इस धोखाधड़ी का पता चला तो उन्होंने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई।
पुलिस को मिले अहम सबूत
इस पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने बिल्डर के सेक्टर-78 स्थित कार्यालय के अलावा सेक्टर-94 और सेक्टर-44 में भी छापेमारी की। इन छापेमारियों में पुलिस को महत्वपूर्ण दस्तावेज और सबूत मिले हैं, जिनकी गहन जांच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि दस्तावेजों में कई ऐसे प्रमाण मिले हैं, जो हरेंद्र यादव की धोखाधड़ी को साबित कर सकते हैं।
करोड़ों की धोखाधड़ी का जाल
हरेंद्र यादव पर आरोप है कि उन्होंने लंबे समय से बायर्स से बिजली के बिल के नाम पर रकम वसूल कर उसे व्यक्तिगत लाभ के लिए इस्तेमाल किया। इस तरह से उन्होंने करोड़ों रुपये का गबन किया। बायर्स ने जब बिजली विभाग से संपर्क किया तो उन्हें इस धोखाधड़ी का पता चला। जब यह मामला प्रकाश में आया तो बिजली विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सोसाइटी में बिजली काटने की तैयारी शुरू की। यह कदम उठते ही बायर्स में हड़कंप मच गया और उन्होंने बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
रियल एस्टेट क्षेत्र में हड़कंप
पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तारियों की संभावना को भी नहीं नकारा है। हरेंद्र यादव और उनके साथियों के खिलाफ सबूत जुटाने के बाद पुलिस आगे की रणनीति पर काम कर रही है। इस घटना ने नोएडा के रियल एस्टेट क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है और बिल्डर समुदाय में चिंता का माहौल है। बायर्स भी इस घटना के बाद से अपने निवेश को लेकर चिंतित हैं और प्रशासन से न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।प्रशासन और पुलिस द्वारा इस धोखाधड़ी के मामले में सख्त कार्रवाई की जा रही है और आरोपी बिल्डर के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नोएडा के रियल एस्टेट क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं निवेशकों के लिए चिंता का विषय बन गई हैं और वे प्रशासन से उचित कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।