:- 21 फरवरी से 10 मार्च 2025 तक नोएडा हाट में आयोजित होगा सरस आजीविका मेला
नोएडा : ग्रामीण भारत की समृद्ध कला, संस्कृति और परंपरा को एक मंच पर प्रदर्शित करने के लिए नोएडा हाट में 21 फरवरी से 10 मार्च 2025 तक सरस आजीविका मेला 2025 का आयोजन किया जाएगा। ग्रामीण विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव श्रीमती स्वाति शर्मा ने बताया कि इस वर्ष के मेले की थीम “लखपति एसएचजी दीदी की निर्यात क्षमता का विकास” है, जो ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्वावलंबन को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) के समर्थन से यह मेला ग्रामीण भारत की शिल्प कलाओं और हस्तकला को एक वैश्विक मंच प्रदान करेगा।
ग्रामीण कलाओं और हस्तशिल्प का भव्य प्रदर्शन
सरस आजीविका मेला ( Saras aajivika Mela ) 2025 में देशभर के सभी राज्यों से आए 450 से अधिक महिला शिल्पकार और हस्तकला कलाकार हिस्सा लेंगी। इनमें से अधिकांश महिलाएं स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) से जुड़ी हैं, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अहम भूमिका निभा रही हैं। मेले में हस्तनिर्मित वस्त्र, आभूषण, होम डेकोर आइटम और पारंपरिक कलाकृतियों की प्रदर्शनी और बिक्री की जाएगी। इस वर्ष के मेले में आंध्र प्रदेश की कलमकारी, असम का मेखला चादर, बिहार की मधुबनी पेंटिंग, छत्तीसगढ़ की कोसा साड़ी, गुजरात के पैचवर्क, झारखंड के तासर सिल्क, मध्य प्रदेश के चंदेरी और बाग प्रिंट, तमिलनाडु के कांचीपुरम साड़ी और पश्चिम बंगाल के बालुचरी साड़ी जैसे उत्कृष्ट हस्तनिर्मित उत्पादों की झलक देखने को मिलेगी।
इंडिया फूड कोर्ट: स्वाद का अनूठा संगम
मेले का एक और आकर्षण इंडिया फूड कोर्ट होगा, जहां देशभर के 20 राज्यों की 80 उद्यमी महिलाएं अपने प्रदेश के प्रसिद्ध व्यंजनों के स्टाल लगाएंगी। इस फूड कोर्ट में आगंतुकों को पंजाबी, गुजराती, बंगाली, दक्षिण भारतीय और उत्तर-पूर्वी व्यंजनों का स्वाद चखने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, प्राकृतिक खाद्य पदार्थ जैसे अदरक, चाय, दाल कॉफी, पापड़, एपल जैम और अचार भी उपलब्ध होंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और बच्चों के लिए मनोरंजन
सरस आजीविका मेला 2025 में 85 से अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जो भारत की विविध संस्कृति को प्रदर्शित करेंगे। इन कार्यक्रमों में नृत्य, संगीत और लोक कलाओं की प्रस्तुतियां शामिल होंगी। साथ ही, मेले में बच्चों के मनोरंजन के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं, जिससे पूरा परिवार इस आयोजन का आनंद उठा सके।
लखपति दीदियों की उपस्थिति
इस वर्ष के मेले की खास बात यह है कि देशभर से 400 से अधिक लखपति दीदियां (एसएचजी से जुड़ी महिलाएं) इसकी मुख्य मेहमान होंगी। ये महिलाएं अपने उद्यमशीलता के जरिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में सफल रही हैं। मेले के दौरान इन महिलाओं की कहानियां और उनके उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा, जो अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनेंगी।
वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा
सरस आजीविका मेला 2025 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “वोकल फॉर लोकल” अभियान को और मजबूती प्रदान कर रहा है । यह मेला स्थानीय उत्पादों और हस्तशिल्प को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का एक महत्वपूर्ण मंच है। कोरोना महामारी के बाद ग्रामीण कारीगरों और शिल्पकारों को रोजगार के नए अवसर प्रदान करने के लिए यह आयोजन एक बड़ा कदम है।
सरस आजीविका मेला 2025 न केवल ग्रामीण भारत की कला और संस्कृति को प्रदर्शित करने का एक मंच है, बल्कि यह ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्वावलंबन और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर है। नोएडा हाट में आयोजित होने वाले इस मेले में शामिल होकर आप भारत की समृद्ध विरासत और विविधता का अनुभव कर सकते हैं।