सालाना 1100 टन कार्बन उत्सर्जन कम करने का था लक्ष्य; कंपनी को किया जा रहा ब्लैक लिस्ट
नोएडा,
पर्यावरण संरक्षण और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए प्राधिकरण ई साइकिल योजना लेकर आई थी। दावा था कि इस योजना से सालाना 1100 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी। साथ ही लोगों को यातायात जाम से निजात मिलेगा। योजना पूरी तरह से फ्लॉप हो गई। अब प्राधिकरण कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने जा रही है।
ई साइकिल योजना पर टर्बन मोबिलिटी कंपनी काम कर रही है। कंपनी को 62 डाक स्टेशनों पर ई साइकिल की सुविधा उपलब्ध करानी थी। इसके लिए शहर भर में डॉक स्टेशन बनाए गए। लेकिन कंपनी 20 महीने बाद भी 620 ई साइकिल डाक स्टेशनों पर नहीं खड़ा कर सकी। ऐसे में अब नोएडा ट्रैफिक सेल (एनटीसी) की ओर से ई साइकिल संचालन टर्बन मोबिलिटी कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने का नोटिस जारी कर दिया गया है,
क्योंकि कंपनी प्राधिकरण की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। बता दें कि नोएडा प्राधिकरण की तत्कालीन सीईओ को यह महत्वाकांक्षी परियोजना थी, जिसे परवान चढ़ने में चार साल का समय लग गया। लांच होने के बाद यह परियोजना बुरी तरत से धड़ाम हो चुकी है।
प्राधिकरण ने 17 अप्रैल 2023 को नोएडा प्राधिकरण स्थापना दिवस पर दो फेज में ई साइकिल संचालन की जिम्मेदारी टर्बन मोबिलिटी कंपनी को सौंपी। जिसमे चार महीने में कंपनी को प्रथम फेज का सौ प्रतिशत संचालन 31 डाक स्टेशन पर शुरू करना था। लेकिन वह आज तक पूरा करने में असफल रही।
इसी दौरान कंपनी प्रबंधन ने एनटीसी अधिकारियों से साठगांठ कर दूसरे फेज का काम भी आवंटित करा लिया, जिसमें 31 और डाक स्टेशन पर ई साइकिल संचालन करना था। इसकी मियाद भी अक्टूबर 2023 में पूरी हो चूकी थी। लेकिन कंपनी मियाद खत्म होने के एक साल बाद भी ई साइकिल संचालन का काम पूरा नहीं कर सकी। नोएडा ट्रैफिक सेल महाप्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि कंपनी प्रबंधक को ब्लैक लिस्ट करने के लिए नोटिस जारी कर दिया गया है। टर्बन मोबिलिटी के निदेशक चंद्र मोहन बाली ने बताया कि रिक्वेस्ट फार प्रपोजल (आरएफपी) के अनुसार नियम शर्त के अनुसार कंपनी कार्य कर रही है।
फेज वन का काम सुचारू रूप से चल रहा है। जो डाक स्टेशन चालू नहीं है, वह फेस टू के है। फेस टू की लोकेशन के लिए एक पब्लिक सर्वे करवाया गया था, सर्वे की रिपोर्ट प्राधिकरण सीईओ के सामने प्रस्तुत की गई। उनके द्वारा संबंधित अधिकारियों को अनुमोदन कर दिया गया, लेकिन आजतक प्रस्ताव पर अनुमति प्राप्त नहीं हुई।