हापुड़ :- उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मंगलवार को कोर्ट के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में शामिल वकीलों ने तहसील चौराहे पर पहुंचकर जाम लगा दिया। सूचना पर सीओ सिटी अशोक सिसौदिया पुलिस फोर्स के मौके पर पहुंच गए। वकीलों को समझाने का प्रयास किया गया। हालात बिगड़ने पर पुलिस ने वकीलों पर लाठी चार्ज कर दिया है। इस लाठीचार्ज में कई वकीलों को चोट भी आई है। घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
यूपी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शिव किशोर गौड़ बुधवार को पहुंचेंगे हापुड़
हापुड़ में पुलिस और वकीलों के बीच कोई मारपीट के बाद यह फैसला लिया गया है कि वेस्ट यूपी के वकील बुधवार को हड़ताल पर रहेंगे। हाई कोर्ट बेंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति के चेयरमैन कुंवर पाल शर्मा वह संयोजक विनोद कुमार चौधरी ने सभी पश्चिमी उत्तर प्रदेश की बार एसोसिएशन से बात कर कर हड़ताल का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि वकीलों पर हुए इस बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज हम विरोध करते हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि इस लाठीचार्ज में कई वकील घायल हुए हैं। अधिवक्ता अपनी जायज मांग लेकर पुलिस के पास गए थे पुलिस ने उन्हें बेरहमी से पीटा है। उन्होंने मांग की कि वकीलों पर हमला करने वाले पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया जाए और उन्हें निलंबित किया जाए।
मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शिव किशोर गौड़ बुधवार को हापुड़ पहुंचेंगे और वकीलों की तरफ से पुलिस के आगे अपनी मांगे रखेंगे
जानिए क्या था पूरा मामला
4 दिन पहले महिला अधिवक्ता और सिपाही के बीच हुआ था विवाद
हापुड़ में चार दिन पहले महिला अधिवक्ता और उसके पिता ने एक बाइक सवार सिपाही पर उनकी गाड़ी का पीछा करने और छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था। इस दौरान महिला अधिवक्ता ने सिपाही की नेमप्लेट को वर्दी से उखाड़ दिया था। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। सिपाही की तहरीर पर पुलिस ने महिला अधिवक्ता और उसके पिता के खिलाफ मारपीट, वर्दी फाड़ने का केस दर्ज कराया था।
क्यों है वकील नाराज
महिला अधिवक्ता की ना सुनकर उल्टा उन्हीं पर मुकदमा दर्ज करने से हापुड़ बार एसोसिएशन के पदाधिकारी और अन्य वकील नाराज चल हो रहे थे। अधिवक्ताओं की मांग थी कि पुलिस ने महिला अधिवक्ता की रिपोर्ट दर्ज करने के बजाए उल्टा महिला अधिवक्ता और उसके पिता के खिलाफ ही केस दर्ज कर लिया। इतना ही नहीं, शिकायत करने पर कोतवाली इंस्पेक्टर ने वकीलों से अभद्रता कर दी। इसको लेकर अधिवक्ताओं का आक्रोश बढ़ गया और उन्होंने काम बंद का ऐलान कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। जिसके बाद हालात बिगड़ गए।