यूपीएससी टॉपर आयुषी डबास व पूजा झा पहुंचे दिल्ली के छात्रों के बीच
नई दिल्ली :- दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए दिल्ली सरकार द्वारा शुरू की गई मोटिवेशनल स्पीकर सीरीज के छठे सत्र में गुरुवार को दिल्ली सरकार के स्कूल से निकले यूपीएसई 2021 के टॉपर आयुषी डबास व पूजा झा ने स्टूडेंट के साथ तैयारी संबंधी अपने अनुभव शेयर किए। सर्वोदय कन्या विद्यालय, नंबर-2 जनकपुरी में आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के लगभग 200 बच्चों के साथ प्रत्यक्ष संवाद के अलावा इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में बच्चे यूट्यूब लाइव के माध्यम से भी जुड़े।
बता दे कि आयुषी डबास, दिल्ली सरकार के स्कूल, जीबीएसएसएस मुबारकपुर डबास में बतौर इतिहास की लेक्चरर के पद पर थी और उन्होंने यूपीएसई की 2021 की परीक्षा में 48वीं रैंक प्राप्त की। वही राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, सेक्टर-10 द्वारा की छात्रा रही पूजा झा ने यूपीएसई की 2021 की परीक्षा में 82वां रैंक प्राप्त किया और भारतीय विदेश सेवा(आईएफएस) के लिए चयनित हुई है।
इस मौके पर स्टूडेंट्स से बात करते हुए आयुषी डबास ने कहा कि यूपीएसई की तैयारी के लिए हमेशा आप जोश से भरे होने चाहिए| उन्होंने कहा कि आप जितना बड़ा सपना देखेंगे आपके समक्ष उतनी बड़ी चुनौतियाँ आएँगी लेकिन शिक्षा एकमात्र ऐसा टूल है जिससे आप हर मुश्किलों से लड़ते हुए अपना जीवन बदल सकते है। यूपीएसई टॉपर आयुषी डबास ने बताया कि उन्होंने कई बार फेलिअर का सामना किया और पाँचवी बार में यह परीक्षा पास की लेकिन कभी हार नहीं मानी और हमेशा अपने लक्ष्य को लेकर मोटिवेटड रही।
उन्होंने बताया कि गर्ल चाइल्ड और दृष्टिबाधित होना उनके लिए डबल चैलेंज था लेकिन उनके परिवार ने हमेशा उन्हें सपोर्ट किया। आयुषी डबास ने बच्चों को सफलता का मैसेज देते हुए कहा कि कभी भी स्टूडेंट्स अपने दिमाग में किसी नकारात्मक विचार को न आने दे और हमेशा सकारात्मक रहे। उन्होंने कहा कि कई बार लोग आपको डी-मोटिवेट करने का प्रयास करेंगे लेकिन हमेशा आप उन्हें अपने शब्दों के बजाय अपने काम से जबाव दे। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स अपने अंदर का डर खत्म करें और गलतियाँ करने से न डरे क्योंकि गलतियाँ सीखने का हिस्सा है बशर्ते उसे दोहराया न जाए।
बच्चों को यूपीएसई की तैयारियों की टिप्स देते हुए उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स हमेशा खुद पर विश्वास रखे, पॉजिटिव रहे तथा पढाई को लेकर अपना टाइम-टेबल तैयार करें साथ ही वो अपनी प्राथमिकताए तय करें कि, किताबों से पढने के साथ-साथ अपने आस-पास के वातावरण से भी सीखे और सबसे अहम् बात हमेशा अपने दिल व दिमाग खुले रखे। उन्होंने बच्चों को सफलता के 3 मूलमंत्र दिए; कम्पटीशन, कारपोरेशन, कॉन्ट्रिब्यूशन। उन्होंने कहा कि अपनी जिन्दगी को बेहतर बनाने के लिए स्टूडेंट्स हमेशा कम्पटीशन करें लेकिन यह कम्पटीशन हेल्थी हो तथा सभी को साथ लेकर चले। इससे जिन्दगी में पक्का सफलता मिलेगी।
यूपीएसई टॉपर पूजा झा ने कहा कि उन्हें वापस उस स्कूल में आकर बेहद अच्छा महसूस हो रहा है जहाँ वो आठवीं तक पढ़ी थी। उन्होंने कहा कि जब वो स्कूल में पढ़ती थी उस दौरान स्कूल में कोई ऑफिसर आते थे तो सोचते थे कि क्या हम भी कभी उधर होंगे और अब ये सपना पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि स्कूल ने मुझे लगातार मेहनत करना, फोकस करना और अनुशासन सिखाया।
उन्होंने बच्चों को मोटिवेट करते हुए कहा कि स्टूडेंट्स अपने जिन्दगी में आने वाले हर चैलेंज को स्वीकार करें उससे भागे नहीं। उन्होंने कहा कि पढ़ाई से ही जिन्दगी बदलेगी इसलिए स्टूडेंट्स पढ़ाई को ही अपनी प्राथमिकता बनाए और जिस दिन बच्चों ने पढ़ाई को अपनी प्राथमिकता बना ली उस दिन से उनकी जिन्दगी में सकारात्मक बदलाव आने शुरू हो गए। उन्होंने कहा कि आप अपने स्किल्स को जितना बढ़ाएंगे आपका कॉन्फिडेंस भी उतना ही बढ़ेगा।
बच्चों को तैयारी की टिप्स देते हुए पूजा झा ने कहा कि स्टूडेंट्स अपनी एनसीईआरटी की किताबों को बहुत अच्छे से पढ़े ये तैयारी के लिए बेहद मददगार होता है। साथ ही स्टूडेंट्स कड़ी मेहनत करे और पढ़ाई को लेकर फोकस्ड रहे और खुद पर विश्वास रखे। उन्होंने आगे कहा कि यूपीएसई की तैयारी के लिए गाइडेंस और मेंटरशिप की बहुत ज्यादा ज़रूरत होती है क्योंकि तैयारी के लिए मेंटर आपको दिशा दिखाने का काम करते है।
इस मौके पर शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता ने कहा कि कि तैयारी के दौरान खुद को नेगेटिव विचारों से दूर रखें ऐसे विचार आने पर आत्म विश्लेषण करे और उसके बाद दोबारा तैयारी में लग जाए। उन्होंने कहा कि हमेशा उस क्षेत्र का चयन करें जो आपको पसंद हो फिर पूरी जर्नी आसान लगने लगती है।
शिक्षा निदेशक ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से दिल्ली सरकार का प्रयास यूपीएसई की तैयारी के मिथ्यों को दूर कर बच्चों में आत्मविश्वास जगाना है। उन्होंने साझा किया कि साझा किया कि दिल्ली सरकार ने भविष्य में इस तरह के और कार्यक्रमों की योजना बनाई है। जिससे दिल्ली के बच्चों को अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में मार्गदर्शन प्राप्त होगा।