तो क्या खुल गई डॉ महेश शर्मा के खिलाफ साजिश रचने वालों की पोल ?
नोएडा:- नोएडा के ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी के श्रीकांत त्यागी मामले में रोजाना कुछ न कुछ नया मोड़ आ रहा है। श्रीकांत की गिरफ्तारी के बाद से जिले के सांसद डॉ महेश शर्मा पर त्यागी समाज से लेकर कई संगठन हमलावर हुए। सभी ने अपने अपने हिसाब से सांसद को घेरने की तैयारी की। जब पहले दिन सांसद नहीं घिरे तो साजिशकर्ताओं ने भाजपा को ही निशाना बनाना शुरू कर दिया। नतीजा भाजपा सांसद डॉ महेश शर्मा को जवाब देना ही पड़ा। और रविवार को जब सांसद ने जनता के नाम खुला पत्र लिखा,तो विरोधियों की पोल भी खोल दी। सांसद से अपने विरोध में जारी तीन अलग अलग संगठनों की चिठ्टी भी सार्वजनिक की और बताया कि किस तरह तीनों चिठ्ठी में एक ही पेन और एक ही लिखावट साफ साफ दिखाई दे रही है। जाहिर है सांसद को घेरने के चक्कर में विरोधी इतनी जल्दबाजी में थे कि एक ही व्यक्ति को स्क्रिप्ट लेखन का काम सौंप दिया गया।
कौन रच रहा है साजिश?
डॉ महेश शर्मा द्वारा जारी पत्र के अनुसार इन सब के पीछे किसी स्थानीय राजनेता और एक अधिकारी का हाथ बताया जा रहा है,जो किसी यू ट्यूब चैनल को भी संरक्षण देकर सांसद को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं। सूत्रों की माने तो पिछले कुछ समय से भाजपा के दो विधायक और सांसद में छत्तीस का आंकड़ा चल रहा है। यही नहीं इसी आग में कुछ पुराने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी भी घी डाल रहे हैं। उन्हें डॉ महेश शर्मा का भाजपा में कद इतना खल रहा है,कि वो लोग किसी भी तरह से लोकसभा छीनने का जाल बिछा रहे हैं। हालांकि ये तो सियासत है,यहां अफवाहों और चर्चाओं का दौर कभी खत्म नहीं होता। नोएडा के लोग तो दबी जुबान ये भी बोल रहे हैं कि ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में स्थानीय विधायक से पहले सांसद का जाना और उसके बाद अगले दिन विधायक का जाना भी कई संदेश देता है। बहरहाल साजिशकर्ता कोई भी उसने एक व्यक्ति विशेष को घेरने के चक्कर मे पूरी पार्टी की छीछालेदर करा दी है। फिलहाल सांसद ने अपनी चुप्पी तोड़ एक बार जिले में भाजपा को साजिश का शिकार होने से बचाने का प्रयास किया है।
सांसद डॉ. महेश शर्मा के पत्र के अनुसार:
अपने पत्र में सांसद ने लिखा है कि
आपको विदित कि दिनांक 6 अगस्त 2022 को नोएडा सेक्टर 93बी, ओमेक्स ग्राण्ड सोसाइटी में श्रीकांत त्यागी नामक एक व्यक्ति द्वारा महिला के साथ बदसलूकी एवं अभद्र भाषा का प्रयोग करने की खबर सोशल मीडिया एवं राष्ट्रीय मीडिया द्वारा प्रसारित हुई, जिसका संज्ञान लेते हुए पार्टी के वरिष्ठ लोगों द्वारा मुझसे पूरे प्रकरण के बारे में पूछा गया। तभी हम सभी पार्टी कार्यकर्ताओं एवं जिलाध्यक्ष नोएडा श्री मनोज गुप्ता एवं महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती शारदा चतुर्वेदी के साथ सासाइटी में पहुंचे। पीड़ित महिला के साथ वार्ता की और उसने इस पूरे प्रकरण के बारे में अवगत कराया कि मुझको गाली गलौज किया गया एवं धक्का मारा गया व मेरे पति को भी भला बुरा कहा और मेरे पति को भी जिस भाषा का प्रयोग किया गया, जिसको मैं आपके सामने बता नहीं सकती, जो सोशल मीडिया पर पूरी तरह से वायरल हुआ है। सोसाइटी के निवासियों ने इस घटना का पुरजोर विरोध किया हमारे द्वारा यह कहा गया कि किसी के साथ भी बुरा नहीं होने दिया जायेगा। जो दोषी है, जिसको कानूनी प्रक्रिया के तहत कारवाई की जायेगी। अगले दिन दिनांक 07.08.2022 रात्रि लगभग 9ः00 बजे मैं एक पारिवारिक कार्यक्रम में था। वहां पर मुझको कई फोन आये कि सोसाइटी में लगभग 15 लोग घुस आये हैं और बदतमीजी कर रहे हैं और वहां पर पुलिस नहीं है, तभी मुझे मेरे वरिष्ठ साथी एवं सांसद मेरठ श्री राजेन्द्र अग्रवाल जी का फोन आया कि ओमेक्स सोसाइटी में पीड़ित महिला उनकी रिश्तेदार है व उनकी मदद की अपेक्षा की। मैंने पुलिस के एडिशनल पुलिस कमिश्नर व एडीसीपी से फोन पर वार्ता की। उसके उपरांत पुलिस के कुछ वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे। मैं अपने पारिवारिक कार्यक्रम को छोड़कर जिलाध्यक्ष श्री मनोज गुप्ता एवं एनईए के अध्यक्ष श्री विपिन मल्हन के साथ तत्काल घटना स्थल पर पहुंचा तो देखा वहां पर अफरा तफरी का माहौल था और वहां हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे, डरे हुए व अति आक्रोशित थे। स्थिति की गंभीरता को भांपकर मैंने प्रमुख गृह सचिव श्री अवनीश अवस्थी को फोन किया व घटना की जानकारी दी। लगभग 3-4 मिनट में ही उनका फोन आया कि जिलाधिकारी व पुलिस आयुक्त वहां पहुंच रहे हैं और लगभग 30 मिनट में ये दोनों अधिकारी व विधायक श्री पकंज सिंह जी भी वहां पहुच गये। उसके बाद से ही मेरे खिलाफ सोशल मीडिया पर कुछ लोगों द्वारा दुष्प्रचार एवं भ्रांतियां फैलायी जा रही हैं कि मैं, किसी एक समाज के खिलाफ बोल रहा हूँ । ऐसी चीजों को देखकर व सुनकर मेरा मन दुःखी हुआ है। मैं, इस क्षेत्र का ऋणी हूं कि जाति बिरादरी से ऊपर उठकर इस क्षेत्र की जनता का स्नेह प्राप्त हुआ। मुझे 39 वर्ष इस शहर में रहते हुए हो गये हैं। मैंने कभी धर्म, जाति बिरादरी की राजनीति नहीं की है और वर्तमान विषय में मैं कहना चाहता हूं कि श्रीकांत त्यागी के परिवार के साथ मेरी पूरी सहानुभूति है। त्यागी समाज हमेशा से मेरा व भाजपा का समर्थक रहा है व मैंने एक भी शब्द त्यागी समाज के खिलाफ नहीं बोला है। एक स्थानीय राजनेता व अधिकारी के संरक्षण में चल रहे एक लोकल यूट्यूब चैनल व अलग अलग संस्थाओं के लेटर पैड पर एक ही व्यक्ति, एक ही पेन, एक ही लिखावट (कापी संलग्न)। यह इंगित करता है कि कुछ लोग इसमें विशेष रूचि लेकर स्थिति को खराब कर रहे हैं व पार्टी को बदनाम कर रहे हैं तथा योगी जी के नेतृत्व में चल रही सख्त कानून व्यवस्था पर भी प्रश्न चिन्ह उठा रहे हैं। इस विषय की जांच होनी चाहिए।