Greater Noida : ग्रेनो वेस्ट के घर खरीददारों ने परेशान होकर सीएम योगी से लगाई गुहार


नोएडा :- पिछले लंबे समय से ग्रेटर नोएडा में घर खरीदारों का प्रदर्शन लगातार जारी है। रविवार को घर खरीदारों ने विशेष अभियान चलाया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम चिट्ठी लिखने का लड़ने किया। लोगों ने सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर घरों की रजिस्ट्री कराने और घर दिलाने की मांग की है । साथ ही लोगों ने परेशान होकर अब मुख्यमंत्री के नाम चिट्ठी लिखी है जिसको बुधवार को पोस्ट किया जाएगा।

खरीददार लंबे समय से कर रहे प्रदर्शन


   यह कोई नया मामला नहीं है बल्कि ग्रेनो वेस्ट में घर खरीदार लंबे समय से बिल्डर प्राधिकरण और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए आ रहे हैं। अपने घरों की रजिस्ट्री व घरों की मांग को लेकर इनका प्रदर्शन चल रहा है। लगभग हर रविवार को यह सभी लोग एक मूर्ति गोल चक्कर पर इकट्ठा होकर प्रदर्शन करते हैं। रविवार को मुख्यमंत्री के नाम चिट्ठी लिखने के अभियान की शुरुआत की गई। आज सैकड़ों की तादाद में लोगों ने सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम चिट्ठी लिखी और अपनी परेशानी से अवगत कराया। अब 3 दिनों तक यह जारी रहेगा। बुधवार को चिट्टियां मुख्यमंत्री को पोस्ट की जाएगी।

अभिषेक कुमार ने बताया

नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया कि हमारे प्रदर्शन का कोई भी असर नहीं पड़ रहा है। अब इसके बाद हमने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखने की शुरुआत की है। आज सैकड़ों की तादात में परेशान घर खरीदारों ने मुख्यमंत्री को लिखी है। समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।

मिहिर गौतम ने बताया

इको विलेज 2 में रहने वाले मिहिर गौतम ने बताया कि सुपरटेक इकोविलेज में घरों की आज तक रजिस्ट्री नहीं हुई है। इसको लेकर कई बार प्राधिकरण को कहा जा चुका है, लेकिन बिल्डर व प्राधिकरण कोई सुनवाई नहीं करता है। लंबे समय से हम प्रदर्शन भी कर रहे हैं। इसी को लेकर मुख्यमंत्री से गुहार लगाई गई है। सभी ने एक साथ इकठा होकर सीएम को चिट्ठी लिखी और इस समस्या के समाधान की मांग की। गौरतलब है कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में घर खरीदार मोटी रकम खर्च करने के बाद भी अभी तक अपने घर नहीं ले पाए। जिन्हें घर मिल गए हैं, उनकी आज तक रजिस्ट्री नहीं हो पाई है। इसी को लेकर प्रदर्शन चल रहा है। बहुत से खरीददार ऐसे हैं जिन्हें ना तो घर मिला है और ना ही पता है कब तक घर मिलेगा मगर बैंक की EMI भरने को मजबूर है।