Noida News : चोटपुर छिजारसी कॉलोनी मे 12 साल से गरीब लोगों के विधुत मैन्टेन्स का पैसा ले रही है विधुत विभाग पर मैन्टेन्स से इनकार : मनोज उपाध्याय

:- चोटपुर छिजारसी कॉलोनी समिति को विधुत विभाग ने 18 महीने के मैन्टेन्स का हवाला दे कर समिति को हस्तातंरण का किया था वादा : बबन सिंह

:- रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन छजरसी व पूर्वांचल उत्थान समिति की मांग हस्तांतरण कर विद्युत विभाग ले अपनी जिम्मेदारी

नोएडा :- नोएडा मीडिया क्लब में पूर्वांचल उत्थान समिति और छिजारसी आरडब्ल्यूएस ने संयुक्त रूप से एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया इस प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए मनोज उपाध्याय ने बताया कि चोटपुर छिजारसी कॉलोनी सेक्टर 63 के निवासियों द्वारा बिजली विभाग से बिजली कनेक्शन के लिए मांग की गई थी जिसके उपरांत बिजली विभाग के आदेशानुसार बिजली कर्मचारी द्वारा बिजली लाइन निर्माण का एस्टीमेट बनाया गया तदोपरांत सुपर विजन शुल्क के रूप में एस्टीमेट का 15% नगद में जमा कराया गया इसके बाद लाइन निर्माण रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन छजरसी व पूर्वांचल उत्थान समिति के स्वम के खर्चे पर लाइन निर्माण हेतु निर्देशन किया गया तथा निम्नलिखित लाइन के देखरेख केवल 18 महीने तक करने की शर्त पर लाइन चालू करने की बात कही गई। उक्त शर्तों के अधीन आरडब्ल्यूएच छजरसी व पूर्वांचल उत्थान समिति द्वारा बिजली लाइन का निर्माण किया गया तत्पश्चात वर्ष 2009 में उपरोक्त समितियां द्वारा बिजली विभाग ने लाइन हैंडोवर का कर दिया उसके उपरांत बिजली कनेक्शन बिजली विभाग द्वारा जारी किया गया आज के तारीख में लगभग 7000 बिजली कनेक्शन विभाग द्वारा दिए जा चुके हैं परंतु बिजली में किसी प्रकार गड़बड़ी होने पर बिजली विभाग कंज्यूमर को प्रॉब्लम सॉल्व ना करके समिति के पदाधिकारियों के पास भेज देते हैं जिससे बिजली कंज्यूमर द्वारा समिति के पदाधिकारियों को परेशान किया जाता है तथा यदि कोई दुर्घटना घटित होती है तो बिजली विभाग अपने ऊपर जिम्मेदारी ना लेते हुए समिति पर सारी जिम्मेदारी थोप देती है जबकि यहाँ की विधुत व्यवस्था तार और खंबे जर जर अवस्था के कारण यहां पर आये दिन दुर्घटना घटित होती रहती है जिसके कारण सारा रोष समिति के पदाधिकारियों को झेलना पड़ता है और सीमित के सभी पदाधिकारियों के जान माल का खतरा बना रहता है । यहाँ लगभाग कई हजारों की आवादी है जिनकी समस्याओं का समाधान विधुत विभाग द्वारा पिछले 12 सालों से नही किया जा रहा है यहाँ के जन प्रतिनिधियों द्वारा भी कई बार प्रयास करने पर भी विधुत विभाग अपने जिमेदारी को उठाने से पीछे हट रही है कई बार सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा द्वारा प्रयास करने पर भी विभाग ने जिमेदारी लेने से साफ इनकार कर दिया एवम विधायक पंकज सिंह के द्वारा विधुत विभाग से आग्रह किया कि वे यहाँ की व्यवस्था को देखे परन्तु विभाग अपनी जिमेदारी बिल्कुल नही उठाना चाहती है वही मैं आपका ध्यान इस छेत्र से जुड़े गाजियाबाद जिला के डुबछेत्र की ओर करना चाहूंगा जहाँ बिजली की सुविधाये एवम देखभाल पूर्णतः विधुत विभाग द्वारा किया जा रहा है फिर हम सभी कॉलोनी वाशियों के साथ विभाग का यह दोहरा वर्ताव समझ से परे है । यहाँ पर अधिकतर लोग मजदूर एवम प्रवासी है जिनकी समस्याओं से विभाग अपना मुंह मोड़े बैठी है।समितियों के द्वारा बार बार हस्तांतरण ले लिए प्रार्थना पत्र लखनऊ विधुत कार्यालय एवम सभी संबंधित अधिकारियों को दिया गया था लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई जिले के भी सभी संबंधित अधिकारियों को समिति द्वारा प्रार्थना पत्र बार बार दिया गया जिसकी प्रतिलिपि हमारे पास मौजूद है।

हम सभी समिति अध्यक्ष एवम कॉलोनी वाशियों की यही मांग है विधुत विभाग जितने भी मीटर लगे हुए हैं सभी की देखभाल स्वयं करे । अब से किसी भी समिति का विधुत से छजारसी अतरसिंह कॉलोनी से कोई लेना देना नही होगा ।

रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन छजरसी के अध्यक्ष बब्बन सिंह ने बताया

डूब छेत्र के विधुत कनेक्सन होंने के वावजूद भी मैन्टेन्स पर ध्यान नही दे रहा है विभाग

मीटर के बिल में मैन्टेन्स चार्ज 12 साल से ले रहा है विधुत विभाग पर जनता और सरकार को दे रहा है धोखा

मैन्टेन्स के पैसे लेने के बाद भी मैन्टेन्स करने से 12 साल से इनकार कर रहा है विधुत विभाग

सरकार के कई प्रयासों पर भी विधुत विभाग गरीबों की समस्या से अपना पल्ला झाड़ते हुए

12 साल से गरीब लोगों के विधुत मैन्टेन्स का पैसा ले रही है विधुत विभाग पर मैन्टेन्स से इनकार

लगभग 7000 मीटर के मैन्टेन्स के पैसे ले रही है विधुत विभाग

विधुत विभाग ने 18 महीने के मैन्टेन्स का हवाला दे कर समिति को हस्तातंरण का किया था वादा

जनता और समिति को प्रताड़ित कर रहा है विधुत विभाग

तार और खंबे जर जर अवस्ता में जान माल का बना हुआ है खतरा

गरीबों के जान माल के नुकशान पर भी पल्ला झाड़ते विधुत विभाग एवं विभागिये अधिकारी

विभाग सब कुछ जानते हुए अनजान बनने का दिखावा करती है