आत्मनिर्भर भारत कला एवं संस्कृति की अनूठी मिसाल है सरस मेला

:- सरस मेले में अब 27 नहीं 30 राज्यों के प्रोडक्टस की धूम
:- सरस मेले में 11वें दिन हुई जमकर खरीददारी

नोएडा :- सेक्टर-33ए स्थित नोएडा हाट में आयोजित सरस मेले में 11वें दिन सोमवार को लोगों ने जमकर खरीददारी की।केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय एवं राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान द्वारा आयोजित मेले में तीसरी बार पर्यटन, परंपरा, एवं संस्कृति का अनौखा संगम है। 05 मार्च 2023 तक प्रसिद्ध सरस आजीविका मेला 2023 का आयोजन, सेक्टर 33 के नोएडा हाट में किया जा रहा है।
सरस मेले में सोमवार को ओडिशा के मसाले, आटा, चावल, दाल, डेकोरेटिव आइटम्स, गोल्डन ग्रास पोडक्टस, साडी, कॉटन सूट, बेडशीट तथा हैंडलूम के उत्पाद लोगों की पसंद बने। जबकि पुडुचेरी के लैदर पर्स, बैग तथा ज्वैलरी की जमकर खरीददारी हुई। वहीं पंजाब के हैंडीक्राफट और हैंडलूम के आकर्षक उत्पादों की धूम रही। जबकि सिक्किम के हथकरघा उत्पाद लोगों को पसंद आए। मेले में अब तक देशभर के 27 राज्यों के उत्पादों का प्रदर्शन था, जो सोमवार से 30 राज्यों का हो गया है। इंडिया फूड कोर्ट सरस आजीविका मेले में इस बार महत्त्वपूर्ण इंडिया फूड कोर्ट में देश भर के 20 राज्यों की 80 (उद्धमी) गृहणियों का समूह अपने प्रदेश के प्रसिद्ध क्षेत्रीय व्यंजनों के स्टाल लगाएंगी जिसमें हर प्रदेश के क्षेत्रीय व्यंजनों के स्वाद का अनोखा आनंद प्राप्त होगा। 01 मार्च से 05 मार्च तक मिलेट्स फीस्ट का भी आयोजन किया जाएगा। हैंडलूम सरस आजीविका मेला 2023 में कुछ उत्कृष्ट प्रदर्शन जो हैंडलूम, साड़ी और ड्रेस मेटिरियल में विभिन्न राज्यों से हैं, जिनमें टसर की साडि़यां, बाघ प्रिंट, गुजरात की पटोला साडि़यां, काथा की साडि़यां, राजस्थानी प्रिंट, चंदेरी साडि़यां। हिमाचल उत्तराखंड के ऊनी उत्पाद व हैंडलूम के विभिन्न उत्पाद, झारखंड के पलाश उत्पाद व प्राकृतिक खाद्य सहित मेले में पूरे भारत की ग्रामीण संस्कृति के विविधता भरे उत्पाद शामिल हैं। हैंडीक्राफ्ट के साथ ही ज्वैलरी और होम डेकोर के प्रोडक्ट्स के रूप में आंध्र प्रदेश की पर्ल ज्वैलरी, वूडन उत्पाद, आसाम का वाटर हायजिनिथ हैंड बैग और योगामैट, बिहार से लाहकी चूड़ी, मधुबनी पेंटिंग और सिक्की क्राफ्ट्स, छत्तीसगढ़ से बेलमेटल प्रोडक्ट्स, मडमिरर वर्क और डोरी वर्क गुजरात से, हरियाणा, का टेरा कोटा, झारखंड की ट्राइबल ज्वैलरी, कर्नाटक का चन्ननपटना खिलौना, सबाईग्रास प्रोडक्टस, पटचित्र आनपाल्मलीव ओडिशा, तेलंगाना से लेदर बैग, वाल हैंगिंग और लैंप सेड्स, उत्तर प्रदेश से होम डेकोर, और पश्चिम बंगाल से डोकरा क्राप्ट, सितल पट्टी और डायवर्सीफाइड प्रोडक्ट्स ये सभी रहेंगे। साथ ही प्राकृतिक खाद्य पदार्थ भी फूड स्टाल पर मौजूद होंगे। प्राकृतिक खाद्य पदार्थों के रूप में अदरक, चाय, दाल कॉफी, पापड़, एपल जैम और अचार आदि उपलब्ध रहेंगे। साथ ही मेले में बच्चों के मनोरंजन का भी पुख्ता इंतजाम किया गया है। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी लोग भरपूर आनंद उठा रहे हैं। सोमवार को सरस मेले में गोवा के कलाकारों ने वहां के प्रसिद्ध फिशर-कोनकानी डांस का प्रदर्शन किया, जिस पर लोग थिरक उठे।

आत्मनिर्भर भारत और महिला सशक्तिकरण का बेहतरीन उदाहरण है सरस मेला


सरस मेलों के माध्यम से ग्रामीण स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं न केवल आजीविका के अवसर सृजन कर रही हैं, बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बेहतरीन उदाहरण देश के सामने पेश कर रही हैं। यह निश्चित रूप से आजीविका यात्रा में एक मील का पत्थर है। वहीं, मेले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं। साथ ही जगह जगह सेनिटाइजेशन का भी इंतजाम किया गया है।