Noida : सोशल मीडिया पर जिगोलो की जॉब के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार

:- एक क्लाइंट एक मीटिंग का 25 से 30 हजार रुपए देने का ऑफर देते थे।

:- जॉब की तलाश कर रहे लोगों को बनाते थे शिकार

:- महिलाओं से दोस्ती कराने के नाम पर करते थे ठगी

नोएडा :- सोशल मीडिया पर बड़ी आसानी से ऐसे विज्ञापन और पेज आदि जिनमें हाई प्रोफाइल महिलाओं के साथ मीटिंग और जिगोलों की जॉब ऑफर की जा रही हो। इसी तरह से नोएडा पुलिस ने भी दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जो जिगोलो की जॉब दिलाने के नाम पर लोगों से फ्रॉड किया करते थे । दोनों आरोपी सगे भाई है। इन लोगों ने फेसबुक व इंस्टाग्राम पर फ्रेंडशिप पेज आदि बनाए थे। जो लोग उस पेज को लाइक करते थे उनसे चेट करके फोन नंबर लेकर बात करते थे। एक क्लाइंट एक मीटिंग का 25 से 30 हजार रुपए देने का ऑफर देते थे।

नोएडा थाना सेक्टर 58 पुलिस व आईटी सैल ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर दोनों आरोपियों को किया गिरफ्तार


     नोएडा थाना सेक्टर 58 पुलिस व आईटी सैल ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एडीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया कि इन दोनों ने पार्ट टाईम जाब, राधिका फ्रे डसक्लब, ड्रीम फ्रें डशिप क्लब, साथिया फ्रे डशिप क्लब आदि नामों से पेज बना रखे थे। इन्ही नामों से वेबसाइट बनाई हुई थी। इन पेजों पर इनके द्वारा देश के विभिन्न शहरों में हाई। प्रोफाइल महिलाओं से मीटिंग कराकर पैसे कमाने का झांसा देते थे। कॉल के फं सने वाले लोगों के मोबाइल पर ये फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया से ली गई हाइप्रोफ ाइल महिलाओं की फटो भेजते थे। इन महिलाओं से मीटिंग और पैसे कमाने के लालच देकर रजिस्ट्रेशन फ,स, मीटिंग फीhस व अन्य फीस के नाम पर पैसे ले लेते हैं। दोनों आरोपियों की पहचान केतन और चिराग हुई है। से लोग सुमित कश्यप और विशाल बनकर बात करते थे। एक बार इनके झांसे में फसाने के बाद ये लोगों को विश्वास दिलाने के लिए खुद ही महिलाओं की आवाज निकालकर बात करते थे। इसके बाद उनसे पैसों की डिमांड भी करते थे। इनके पास से 13 मोबाइल फ ोन, 10 डेबिट कार्ड, 3 आधार कार्ड, एक वोटर आईडी, एक पेन कार्ड, एक ड्राइविंग लाइसेंस 04 फ र्जी सिम कार्ड, एक इंटरनेट डोंगल व 29 हजार रुपए नगद बरामद किए गए है। एडसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया कि एक पीडि़त ने 5 मार्च को थाना सेक्टर 58 में अपने साथ हुए फ्रॉड की जानकारी दी। उसने शिकायत में बताया कि टेलीग्राम पर एक मैसिज आया। जिसमे लिखा था कि हमारे यहां ओरचिड स्पा के लिए जगह खाली है। इस पर फोन काल की तो उन्होंने बताया कि तुम्हारी आइडी बन गयी है। तुम्हे 400 रुपए देने होगे। इसी प्रकार से आईडी, किट व सिक्योरिटी मनी के नाम पर कुल 1 लाख 83 हजार 190 रुपए ट्रांजैक्शन करा लिया। पीडि़त की न तो मीटिंग कराई गई और न ही पैसा वापस किया गया। एडीसीपी ने बताया कि अब तक ये लोग सैकड़ों लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना चुके है। इस प्रकार के मामलों में शर्म के मारे कोई कंप्लेन करने नहीं आते हैं। लेकिन ऐसे फ्रेंड्स हो रहे है इसलिए पुलिस से शिकायत करे। ताकि इन आरोपियों को पकड़ा जा सके। और ज्यादा से ज्यादा लोग छोड़ से बच सकें