नोएडा।
नोएडा में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है, जो बेरोजगार युवाओं को शिप में नौकरी का झांसा देकर उनसे लाखों रुपए ठग रहा था। यह गिरोह सोशल मीडिया, फर्जी वेबसाइट्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम के जरिए लोगों को फंसाता था। पुलिस ने आइथम टावर, सेक्टर 62 में छापा मारते हुए इस कॉल सेंटर के संचालक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह बेरोजगार युवाओं को फर्जी नियुक्ति पत्र देकर उनके मेडिकल टेस्ट और एसटीसीडब्ल्यू, एसआईडी, सीडीसी जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों के नाम पर उनसे मोटी रकम ऐंठता था। एक युवक से गिरोह 50,000 रुपए तक वसूल लेता था।
इनका मुख्य निशाना दूर-दराज के छात्र और युवा होते थे, ताकि वे आसानी से शिकायत करने न आ सकें। गिरोह के सदस्य गूगल और सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर प्रचार करते थे। उन्होंने यथार्थ ग्रुप ऑफ कंस्ट्रक्शन एंड फैकल्टी नाम की फर्जी वेबसाइट बनाई थी, जिसके जरिए ये नौकरी का दावा करते थे। कॉल सेंटर के मालिक अंकित ने मार्च में 35,000 रुपए प्रति माह के किराए पर आइथम टावर में ऑफिस लिया था, जिसका मेंटेनेंस 15,000 रुपए था। एडीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया है। कॉल सेंटर के संचालक अंकित और एक महिला समेत कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। मौके से भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं, जो इस गिरोह की धोखाधड़ी के पुख्ता सबूत हैं। गिरोह के दो सदस्य अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।