वरिष्ठ पत्रकार और IFWJ के अध्यक्ष रहे डॉ के विक्रम राव का निधन, पत्रकारिता जगत में शोक की लहर

:- श्वसन संबंधी समस्याओं के कारण अस्पताल में भर्ती थे

उत्तर प्रदेश/लखनऊ। इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स (IFWJ) के अध्यक्ष रहे और देश के वरिष्ठ पत्रकार डॉ के विक्रम राव का रविवार को एक अस्पताल में निधन हो गया। वे 86 वर्ष के थे और 29 मई को अपना 87वां जन्मदिन मनाने वाले थे। राव पिछले कुछ दिनों से श्वसन संबंधी समस्याओं से पीड़ित थे और उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन से पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।डॉ के विक्रम राव एक प्रखर विचारक और समर्पित पत्रकार थे। उन्होंने हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में समान दक्षता से लेखन किया और अपने निष्पक्ष विचारों के लिए जाने जाते थे। वे प्रसिद्ध पत्रकार और ‘नेशनल हेराल्ड’ के संस्थापक संपादक के रामा राव के पुत्र थे। पत्रकारिता उनके लिए केवल पेशा नहीं, बल्कि एक मिशन था।

पत्रकार संगठनों में सक्रिय भूमिका

डॉ के विक्रम राव ने दो कार्यकालों के लिए भारतीय प्रेस परिषद में IFWJ का प्रतिनिधित्व किया था। इसके अलावा वे मनीसाना और मजीठिया वेतन बोर्ड के सदस्य भी रहे, जहाँ उन्होंने समाचार पत्रों और समाचार एजेंसियों के कर्मचारियों के हितों की पुरजोर वकालत की। वे पत्रकारों की आवाज को बुलंद करने वाले एक जुझारू नेतृत्वकर्ता के रूप में पहचाने जाते थे।

अपने लंबे करियर के दौरान के विक्रम राव ने हर राजनीतिक विचारधारा और दल के नेताओं से सम्मानजनक संबंध बनाए रखे। उनकी निर्भीक पत्रकारिता में संतुलन और नैतिकता स्पष्ट रूप से दिखाई देती थी।

IFWJ ने दी श्रद्धांजलि

इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स के अध्यक्ष बी. वी. मल्लिकार्जुनैह ने संगठन की ओर से और व्यक्तिगत रूप से के.विक्रम राव के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि के.विक्रम राव का योगदान पत्रकारिता के क्षेत्र में अनुकरणीय रहा है और उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता।

स्वर्गीय डॉ के.विक्रम राव अपने पीछे पत्नी (जो एक चिकित्सक हैं), दो बेटे, एक बेटी और पोते-पोतियों सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनका निधन पत्रकारिता और सामाजिक चेतना की दुनिया में एक बड़ी क्षति है।

आईएफडब्ल्यूजे सहित समस्त पत्रकार समुदाय ने के.विक्रम राव को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है और उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।