World Dairy Summit : भारत पूरे विश्व में सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है : अमित शाह

:- भारत की इकोनॉमी जल्द तीसरे नंबर पर होगी
:- भारत ने दुनिया को कॉपरेटिव मॉडल दिया


नोएडा :- ग्रेटर नोएडा वल्र्ड डेयरी समिट में शिरकत करते हुए अमित शाह ने कहा 2014 में दुनिया की इकोनॉमी में भारत 11वें नंबर पर था, आज पांचवें नंबर पर है। 1974 के बाद डेयरी शिखर सम्मेलन का आयोजन भारत में हुआ है। मैं आज यही सोच रहा था की 1974 में विश्व में भारत कहां खड़ा था, और 2022 में हम आत्मनिर्भर होकर निर्यातक के रूप में दुनिया के साथ खड़े हैं। लाखों छोटे और सीमांत डेयरी किसानों के योगदान से आज भारत पूरे विश्व में सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है। उनके साथ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पशुपालन मंत्री भी मौजूद रहे।

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा


    2014 में दुनिया की इकोनॉमी में भारत 11वें नंबर पर था, आज पांचवें नंबर पर है। मुझे उम्मीद है कि जल्द हम तीसरे नंबर पर होंगे। उस दिन भारत सहकारिता के योगदान पर जरूर चर्चा करेगा। सहकारिता के माध्यम से देश के 70 करोड़ लोग देश के आर्थिक विकास में योगदान करेंगे। उन्होंने कहा, 120 साल से भी सहकारिता का इतिहास भारत का है। कुछ सस्थाएं 100 साल से ज्यादा पुरानी हैं। भारत ने तीसरा विकल्प दुनिया के सामने रखा है। इसकी चर्चा पूरी दुनिया में होगी। कम्युनिस्ट मॉडल, मार्केट मॉडल के बाद तीसरा मॉडल कॉपरेटिव होगा। यह मॉडल भारत ने दुनिया को दिया है। डेयरी और कॉपरेटिव सेक्टर को आगे बढ़ाना ही इस समिट का उद्देश्य है। कॉपरेटिव की अनंत संभावनाएं हैं। अगर हमें रोजगार का सृजन करना है तो सहकारिता और डेयरी सेक्टर को हमें आगे बढ़ाना होगा। जिस परिवार का सदस्य किसी नौकरी में नहीं है, उस परिवार के एक सदस्य को हम नौकरी देंगे। सहकारिता भी इसी योजना का हिस्सा है। प्राकृतिक खेती को सर्टिफाइड करने, उसकी मार्केटिंग करने, विदेश में एक्सपोर्ट करने के लिए हम 3 मल्टी लेवल सोसाइटी बनाने जा रहे हैं। इसी महीने के आखिर तक अमूल एक्सपोर्ट हाउस बना देगा। टेस्टिंग की श्रंखला में भी तेजी से काम चल रहा है। हमारा लक्ष्य पैसा कमाना नहीं, 120 करोड़ लोगों की हेल्थ रिपेयर करना है। शाह ने कहा कि 2024 के चुनाव से पहले देश में 2 लाख डेयरियां और बनाएंगे। देश में दूध उत्पादन दोगुना करेंगे।
    केंद्रीय पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने राम राम बोलकर अपने उद्बोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा, अमित भाई शाह आजाद भारत के पहले सहकारिता मंत्री हैं, जो इस समिट में मौजूद हैं। उन्होंने कहा, त्रिभुवन भाई पटेल ने गुजरात में अमूल की नींव रखी। आज उसका वटवृक्ष खड़ा हो गया है। त्रिभुवन पटेल ने कर्जा लेकर इस कंपनी की शुरुआत की थी, जिसका टर्न ओवर आज 60 हजार करोड़ रुपए का है। मंत्री ने कहा, मल और मूत्र किसी का भी पवित्र नहीं होता। ये पवित्रता के धोतक हैं। मगर गाय माता को ऐसा बनाया कि इनका गोबर और मूत्र दोनों पवित्र हैं। अब इसको साइंटिफि क आधार भी मिल रहे हैं।