नारायण साकार उर्फ भोले बाबा का नोएडा में भी है आश्रम


नोएडा,(हरवीर चौहान)।
हाथरस में नारायण साकार उर्फ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हुई है। बाबा नारायण साकार का नोएडा में भी आश्रम है। नया गांव के गली नंबर छह में स्थित आश्रम में कुछ सेवादार रहते हैं। हादसे के बाद हालांकि नोएडा वाले आश्रम में सन्नाटा पसरा हुआ है। हाथरस में हुए हादसे के बाद से फरार भोले बाबा की तलाश में बुधवार को फेज दो थाने की पुलिस आश्रम में पहुंची थी। सूत्रों के अनुसार नया गांव में भोले बाबा को जो आश्रम है उसे दिल्ली के पूरनमल नाम के व्यक्ति ने बनवाया था। वह बाबा का अनुयायी बताया जा रहा है। लोगों को यह भी कहना है कि आश्रम बिकने वाला है। इसका सौदा गाजियाबाद निवासी एक व्यक्ति ने तीन करोड़ 65 लाख रुपये में किया है। आश्रम दो हिस्से में बना है। एक हिस्से में बने कमरे में कुछ किरायेदार रहते हैं जबकि आश्रम वाले हिस्से में कुछ सेवादार वर्तमान में रहते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि नोएडा प्राधिकरण से नक्शा पास कराये बिना ही यह आश्रम बनाया गया है, वहीं जनपद की पुलिस और प्रशासन का कहना है कि जांच के बाद ही इस पर टिप्पणी की जा सकेगी। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी यह जांच करने में लगे हुए हैं कि आश्रम का निर्माण किस भूमि पर हुआ। भूमि कहीं अवैध रूप से तो नहीं कब्जाई गई है। आश्रम के दरवाजों पर लोहे के बड़े-बड़े गेट लगा हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब आश्रम का निर्माण पूरा हुआ था उस समय बाबा यहां आए थे पर ठहरे नहीं थे। 2022 में ग्रेटर नोएडा वेस्ट में नवंबर माह के पहले मंगलवार को मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम का आयोजन किया गया था। जिसका पोस्टर यहां अभी भी मौजूद है। आश्रम में सामने स्थित मकान में रहने वाली महिला समेत शहर के कुछ लोग हाथरस में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे। उनसे जब हादसे के बारे में बात की गई तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। आश्रम पर मौजूद हिमांशु ने बताया कि हम लोग भी हाथरस के समागम में हिस्सा लेने गए थे। प्रभु जी के जाने के बाद संगत जब वहां से निकली तभी हादसा हुआ था। यह जो कहा जा रहा है कि प्रभु की धूल लेने के लिए लोग गए थे, ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था, वह किसी से मिलते नहीं है। केवल मंच से ही संबोधन करते हैं। उनके जो प्रवास बने हुए हैं वह कमेटी के सदस्यों ने ही बनाए हैं। वह नोएडा के प्रवास पर आने के लिए मना करते हैं। अब तक वह एक बार यहां आए थे।