नई दिल्ली।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कि नेशनल क्राईम रिकॉड ब्यूरो की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली का पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध में नंबर एक पर होना गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासी होने के नाते यह जानकर मेरा सर शर्म से झुक गया। लवली ने कहा कि बीजेपी की केंद्र सरकार का देश की राजधानी में कानून व्यवस्था और सुरक्षा की सीधी जिम्मेदारी है, जिसमें वो पूरी तरह नाकाम है। बीजेपी महिला सुरक्षा का झूठा दावा करती है। दिल्ली पुलिस में 13 हजार से अधिक पद खाली हैं, जिस कारण अपराध में बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है। बीजेपी केवल राजनीति करती है और अपनी सरकार व गृह मंत्री से सवाल करने से डरती है। कांग्रेस के लोग महिला सुरक्षा पर उनके साथ गृहमंत्री से मिलने के लिए चलने को तैयार हैं। कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल के लिए महिला सुरक्षा पर दिल्ली पुलिस आयुक्त से भी मिलने का समय मांगा गया है। ताकि हम अपने अनुभव के अनुसार सुझाव उनको दे सकें।
दिल्ली कांग्रेस नेता अल्का लांबा ने कहा कि दिल्ली की कानून व्यवस्था केंद्र सरकार के आधीन होने बावजूद केंद्रीय गृहमंत्री राजधानी दिल्ली की कानून व्यवस्था के प्रति दिशाहीन साबित हुए है। दिल्ली में प्रतिदिन 3 बेटियों के साथ बलात्कार हो रहे हैं, जिनके आहत परिवार के सदस्य उनकी जान की सुरक्षा के लिए अस्पतालों और न्याय के लिए पुलिस थानों और कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं। महिलाओं के प्रति अपराधों में 72.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
बता दें कि 2022 में महिलाओं के साथ 14,158 मामले सामने आए, जिनमें अपहरण के 5,585 मामले थे। बच्चों के साथ अपराध जहां 2020 में 5000 हुए थे। साल 2022 में 7000 पहुंच गए। इसी तरह के मामले 4000 की जगह बढ़कर 5000 हुए। हत्या के मामलों में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने केंद्रीय बाल विकास मंत्री की दिल्ली में महिलाओं के प्रति अपराधों पर चुप्पी पर सवाल उठाया।