Noida News : नोएडा में हुई लूट का हुआ खुलासा खाकी का सिपाही निकला गुनहगार।

✍️ योगेश राणा


नोएडा: एक कहावत है कि ज्यादा दौलत की लालसा अक्सर लोगों को अपराधी बना देती है। क्योंकि लोग शॉर्टकट तरीके से जल्दी अमीर बनने का रास्ता तलाश करते हैं। रास्ता तलाश करते-करते कब वह अपराध की दुनिया के अपराधी बन जाते हैं यह उन्हें भी नहीं पता चलता है ठीक एक ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश में हाईटेक शहर के नाम से विख्यात/मशहूर नोएडा से सामने आया है जहां कुछ युवकों ने जल्दी पैसा वाला बनने के लिए अपने ही करोड़ पति दोस्त की दौलत को लूटने के लिए एक झूठी साज़िश रच डाली लेकिन इस साज़िश में सामिल किरदार सभी असली वाले और इस साज़िश मजबूत करने के लिए यूपी पुलिस के जवान को भी अपनी लूट का हिस्सेदार बना लिया। इस अपराध की कहानी शुरू होती है यहां से की पीड़ित के दो खास दोस्त दीपांशु व शोभित पीड़ित मित्र का पैसा देख विचलित हो उठते हैं और इस नगदी को लूटने के लिए अपने दो दोस्त को बताते हैं कि अश्विन और रजत के पास नोएडा फ्लैट पर बहुत पैसा कैश में है अगर उसे अगर धमकाया जाये और पुलिस की वर्दी का रोब दिखाया जाये तो काफी पैसा मिल सकता है।इन सभी ने मिलकर एक प्लान तैयार किया और प्लान के मुताबिक दिपांशु और शोभित महिन्द्रा एक्सयूवी से पहले अश्विन व रजत के फ्लैट सेक्टर-76 नोएडा पर आये और उन्हे शराब पीने के बहाने गाड़ी में बैठा लिया। जैसे ही वे थोड़ा आगे आये तो कोमल सिंह और आरूष ने स्कोर्पियो गाड़ी तथा इनके अन्य साथी उत्कर्ष और गौरव ने क्रेटा गाड़ी से एक्सयूवी गाड़ी को आगे-पीछे से घेर लिया और स्वयं को पुलिसवाला बताते हुये रजत और अश्विन को एक्सयूवी से उतारकर योजना के तहत अश्विन को क्रेटा कार में और रजत को अपने साथ स्कोर्पियो में बैठा लिया। प्लान के मुताबिक दोनों अश्विन और रजत के साथ जमकर मारपीट कर हथियारो के बल पर इनसे पैसे मांगे तो अश्विन ने बताया कि फ्लैट की तरफ चलो जिसपर उत्कर्ष ने रजत को हथियार लगाकर अश्विन से कहा कि ऊपर फ्लैट में रखे पैसे लेकर नीचे नहीं आये तो रजत को गोली मार देंगे। दीपांशु को अश्विन के साथ भेजकर फ्लैट में रखे 7.5 लाख रूपये मंगवाकर ले लिये जिसके बाद इन्होने अश्विन व रजत के खाते से अपने व अपने अन्य साथियों के बैंक खातो में 11 लाख 20 हजार रूपये ट्रांसफर करायें और इनसे 03 लैपटॉप व दोनो के चारो मोबाइल फोन तथा रजत की चैन व अंगुठी और पर्स आदि लूट लिये थे और इन्हे मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी और इसके बाद लूटे हुये माल में से आपसी सहमति से नगद पैसो से कोमल व आरूष हिस्से में आये 3 लाख-3 लाख रूपये, 01-01 लैपटॉप और 01-01 लूटा हुया आईफोन ले लिया था बाकी लोग बचा हुआ सामान लेकर दोनो गाड़ी फरार हो गए लेकिन अपराध करते वक्त यह शायद यह भूल गए थे कि यह उत्तर प्रदेश की सबसे हाईटेक पुलिस और इसी के साथ नोएडा पुलिस की इस लूट की कहानी में एंट्री होती है और लूट की घटना से पुलिस विभाग में हड़कंप मच जाता है और नोएडा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व टीमों का गठन किया जाता है और इस घटना के खुलासे के लिए लग जाती हैं और पुलिस अनेकों सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को तलाश करती है और सीसीटीवी फुटेज से मिली जानकारी से पुलिस ने उन गाड़ियों का पता निकाला और उन में से दो अपराधियों को धरदबोचा और लूट के 6 लाख रूपये नगद, दो लैपटॉप, दो मोबाइल फोन व घटना में प्रयुक्त दो वाहन बरामद कर लिया और इस घटना से जुड़े अन्य लोग व गाड़ी की तलाश जारी है।

लूट में सम्मिलित पुलिसकर्मी का खुला इतिहास

डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह ने बताया कि कोमल सिंह यादव पुत्र हरिनन्दन निवासी गुजेनी, थाना गोविंदनगर, कानपुर नगर उम्र करीब 30 वर्ष उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही है लेकिन यह वर्तमान तैनाती प्रयागराज पुलिस लाईन्स से करीब एक वर्ष से गैरहाजिर चल रहा है और इस को लेकर महकमे के वरिष्ठ अधिकारियों को भी लिखा जा रहा है।