✍️ योगेश राणा
:- नोएडा के सनातन धर्म मंदिर में रामकथा के चौथे दिन विश्वामित्र यज्ञ रक्षा और अहिल्या उद्धार प्रसंग का हुआ मार्मिक वर्णन
नोएडा ।
सुपर एमआईजी सनातन धर्म मंदिर में चल रही श्रीराम कथा के चौथे दिन महामंडलेश्वर स्वामी पंचमानंद महाराज के श्रीमुख से भगवान श्रीराम की बाल लीलाओं, विश्वामित्र यज्ञ रक्षा तथा अहिल्या उद्धार जैसे भावविभोर कर देने वाले प्रसंगों का रसवर्षा हुआ। कथा में श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने आयोजन को दिव्यता प्रदान की।
स्वामी पंचमानंद जी ने बताया कि कैसे महर्षि विश्वामित्र अपने यज्ञ में राक्षसों द्वारा बार-बार विघ्न डाले जाने से व्यथित हो जाते हैं। समाधि में लीन होकर उन्हें यह दिव्य ज्ञान प्राप्त होता है कि अयोध्यापति दशरथ के पुत्र राम ही विष्णु के अवतार हैं और वही इन राक्षसों का विनाश कर सकते हैं। वे दशरथ से राम और लक्ष्मण को यज्ञ रक्षा हेतु मांगते हैं।
कथा के अनुसार, यज्ञ स्थल की ओर जाते हुए मार्ग में भगवान राम ताड़का नामक भयंकर राक्षसी का वध करते हैं और मारीच जैसे अन्य राक्षसों को भी पराजित कर यज्ञ को निर्विघ्न सम्पन्न करवाते हैं। कथा में जब अहिल्या उद्धार प्रसंग आया तो श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। महर्षि गौतम के श्राप से शिला बनी अहिल्या का श्रीराम अपने चरणों की रज से उद्धार करते हैं और उन्हें नया जीवन प्रदान करते हैं।
इसके बाद कथा में जनकपुरी आगमन का वर्णन हुआ, जहां अगले दिन 10 जून को धनुष यज्ञ, लक्ष्मण-परशुराम संवाद तथा राम-जानकी विवाह जैसे मनोहर प्रसंगों का वर्णन किया जाएगा।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्तों ने भाग लिया। प्रमुख रूप से उपस्थित लोगों में राजवीर सिंह, एल.एस. तिवारी, राजेश कुमार गुप्ता, वीरेंद्र द्विवेदी, शैलेश द्विवेदी, वीरेंद्र कुमार राय, देवमणि शुक्ल, रवि राघव, गोरे लाल, संजय पांडेय, हरिशंकर सिंह, रमेश चंद्र शर्मा, आचार्य विश्वनाथ त्रिपाठी, रमेश वर्मा, आचार्य गौरव, उमाकांत त्रिपाठी, सत्येन्द्र प्रताप सिंह, हंसमणि शुक्ला, विकास शर्मा, अनिल कुमार शर्मा, सर्वेश कुमार तिवारी, रमेश दास, अंगद सिंह तोमर, राम नरेश त्यागी, दिनेश पाठक और अरुण गौड़ समेत क्षेत्र के तमाम श्रद्धालु मौजूद रहे।