नोएडा : सर्दियों का मौसम अपने साथ जहां सुकून और गर्म पेय का आनंद लाता है, वहीं यह मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। सर्दियों के दौरान कम धूप के संपर्क और ठंडे मौसम के कारण कई लोग सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (SAD) का शिकार हो सकते हैं।
क्या है सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर : ?
सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर एक प्रकार का डिप्रेशन है, जो विशेष रूप से सर्दियों में होता है। यह स्थिति धूप की कमी और मौसम में बदलाव के कारण उत्पन्न होती है। डॉ. आशिमा रंजन (साइकेट्रिस्ट, फेलिक्स अस्पताल) के अनुसार, सर्दियों में धूप कम मिलती है, जिससे शरीर की आंतरिक घड़ी (बायोलॉजिकल क्लॉक) प्रभावित होती है। यह सेरोटोनिन हार्मोन और विटामिन डी के स्तर को कम कर सकता है, जो मानसिक स्वास्थ्य को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं।
सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर के लक्षण
लगातार उदासी और निराशा महसूस करना।छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ापन या गुस्सा आना।ऊर्जा की कमी और थकान महसूस करना।हर समय सोने की इच्छा होना।सामाजिक मेलजोल में कमी और अकेलापन महसूस करना।ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होना।मीठे और कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन की इच्छा बढ़ना।
सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर के कारण
• 1. धूप की कमी : कम धूप मिलने से शरीर में सेरोटोनिन और विटामिन डी का स्तर कम हो सकता है।
• 2. लंबी रातें : सर्दियों में दिन छोटे और रातें लंबी होती हैं, जिससे स्लीप साइकिल प्रभावित होती है।
• 3. सामाजिक मेलजोल में कमी : ठंड के कारण लोग बाहर कम निकलते हैं, जिससे अकेलापन बढ़ता है।
• 4. शारीरिक गतिविधियों की कमी : ठंड के मौसम में लोग व्यायाम कम करते हैं, जिससे एंडोर्फिन (हैप्पी हार्मोन) का स्तर घटता है।
इलाज और बचाव के तरीके
• 1. लाइट थेरेपी : यह SAD के इलाज का एक प्रमुख तरीका है।एक विशेष प्रकार के लाइट बॉक्स का उपयोग करें।हर दिन 20-30 मिनट तक कृत्रिम रोशनी में बैठें।
• 2. विटामिन डी का स्तर बढ़ाएं : धूप में 15-20 मिनट बैठना विटामिन डी के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।डॉक्टर की सलाह से विटामिन डी सप्लीमेंट लें।
• 3. योग और ध्यान:दिमाग को शांत और सकारात्मक बनाए रखने के लिए योग और ध्यान करें।इससे मानसिक तनाव कम होता है।
• 4. फिजिकल एक्टिविटी : घर पर ही हल्का व्यायाम करें।ठंड के बावजूद खुद को एक्टिव रखें।
• 5. संतुलित आहार लें : हरी सब्जियां, फल, और प्रोटीन युक्त भोजन करें।मीठे और कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन की अधिकता से बचें।
• 6. सोशल इंटरैक्शन : दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं।अकेलेपन से बचने के लिए सामाजिक मेलजोल बनाए रखें।
• 7. नियमित स्लीप रूटीन : सोने और उठने का समय तय करें और इसका पालन करें।
विशेषज्ञ से कब संपर्क करें? यदि सीजनल अफेक्टिव डिस
ऑर्डर के लक्षण गंभीर हों और दैनिक जीवन को प्रभावित करने लगें, तो तुरंत मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करें। काउंसलिंग और थेरेपी इसके लिए बेहद प्रभावी हो सकती हैं। यदि पिछले साल भी सर्दियों में ऐसे लक्षण महसूस हुए थे, तो पहले ही डॉक्टर से सलाह लें।