✍ योगेश राणा
नोएडा :- दिल्ली की दर्दनाक घटना के बाद आखिर प्रशासन जागा मगर यहां इतनी बड़ी घटना है कि इसने ना केवल पूरे देश को हिला डाला है बल्कि सरकार व प्रशासन की पोल खोल के रख दी आप इस बात का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि इस घटना की चर्चा देश के पार्लियामेंट में भी हो रही है साथ ही विपक्ष पार्टी इस मुद्दे पर खुलकर बोल भी रही है वहीं अब इस घटना का असर दिल्ली से सटे नोएडा में भी देखने को मिल रहा है। बता दें कि मंगलवार की सुबह-सुबह जिला विद्यालय निरीक्षक व अग्निशमन अधिकारी और साथ में नोएडा विकास प्राधिकरण के आला अधिकारी नोएडा में विभिन्न जगहों पर संचालित हो रहे कोचिंग इंस्टिट्यूट पर छापा मारा जहां नामी ग्रामी इंस्टिट्यूट ऊंची ऊंची इमारत के बेसमेंटो में चल रहे थे इस पर संयुक्त टीम ने मिलकर तत्काल सभी इंस्टिट्यूट को सील कर दिया है।
स्कूलों एवं अस्पतालों को क्यों किया जा रहा है नजर अंदाज-?
धड़ल्ले से संचालित हो रहे बेसमेंटो में स्कूल व अस्पताल बता दें कि दिल्ली में हुई घटना ने सभी को चिंता में डाल दिया और इस के लिए तरह-तरह की बात भी की जा रही है लेकिन क्या आम नागरिकों के जीवन से खिलवाड़ केवल कोचिंग इंस्टिट्यूट वाले लोग ही कर रहे हैं? यह एक बड़ा सवाल है। अगर हम आम नागरिकों की सुरक्षा की बात करें तो कुछ जानकारी हम आप के साथ साझा करने चाहते हैं आखिर हम क्यों अस्पताल एवं स्कूलों की बात कर रहे हैं सबसे पहले आप यह समझिए की उस कोचिंग इंस्टिट्यूट में अपनी जान गंवानेवाले बच्चे कोई छोटे यह अस्वस्थ बच्चे नहीं थे बल्कि वह बच्चे थे जो शारीरिक एवं मानसिक रूप से मजबूत थे अब आप यह सोचिए कि वह बच्चे बेसमेंट में पानी भर जाने के बाद खुद को नहीं बचा पाए तो ऐसी स्थिति अगर स्कूल या अस्पतालों में होगी तो यह घटना कितनी भयानक होगी जिसका अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं। क्योंकि अक्सर स्कूलों में छोटे बच्चे होते हैं और अस्पतालों में बीमार लोग जो अपनी जान की सुरक्षा स्वयं नहीं कर सकते हैं।अब ऐसी स्थिति में बड़ा सवाल यह बनता है कि जो लोग खुद दूसरों पर निर्भर हो वह लोग स्वयं की रक्षा किस प्रकार करेंगे।