✍️ योगेश राणा
:- यातायात प्रबंधन में खामियां उजागर
नोएडा :- गौतमबुद्ध नगर में ट्रैफिक पुलिस विभाग हाल ही में चर्चाओं में रहा है। बढ़ते सड़क हादसों और यातायात प्रबंधन की कमजोरियों को लेकर विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे थे। इस बीच, ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट में चल रहे CPHI & PMEC-24 इंटरनेशनल ट्रेड शो के दौरान यातायात प्रबंधन में लापरवाही ने हालात और बिगाड़ दिए।
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह की सख्त कार्रवाई।
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए यातायात विभाग की खामियों पर कड़ी नाराजगी जताई। यातायात प्रबंधन में प्रोटोकॉल का पालन न करने और जाम की समस्या को हल करने में नाकाम रहने के कारण पुलिस उपायुक्त यातायात यमुना प्रसाद को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटा दिया गया और उन्हें पुलिस लाइन भेज दिया गया।
अन्य अधिकारियों पर भी गिरी गाज
एसीपी ग्रेटर नोएडा-1 पवन कुमार
ट्रैफिक निरीक्षक प्रफुल्ल श्रीवास्तव
थाना प्रभारी नॉलेज पार्क
इन तीनों अधिकारियों को मिसकंडक्ट का दोषी पाया गया। इसके चलते उन्हें परिनिन्दा प्रविष्ठि (नकारात्मक रिपोर्ट) दी गई है।
यातायात प्रबंधन की नई जिम्मेदारी
नए अधिकारी की नियुक्ति
यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पुलिस कमिश्नर ने लखन यादव को यातायात विभाग का नया पुलिस उपायुक्त नियुक्त किया है।
लखन यादव: पुलिस लाइन में तैनात पुलिस उपायुक्त थे और अब शहर की यातायात व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेंगे।
एसीपी यातायात: संजीव कुमार बिश्नोई को भी यातायात पुलिस में एसीपी के पद पर नियुक्त किया गया है।
बढ़ते हादसों पर नियंत्रण का प्रयास
नए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपते हुए पुलिस कमिश्नर ने सख्त निर्देश दिए हैं कि यातायात प्रबंधन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि शहर की यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो और सड़क हादसों में कमी लाई जाए।
इस बदलाव के बाद अब देखना होगा कि यातायात विभाग में सुधार के लिए उठाए गए ये कदम कितने प्रभावी साबित होते हैं। शहर के लोगों को भी बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था की उम्मीद है।