✍️ योगेश राणा
:- खाद्य सुरक्षा विभाग सवालों के घेरे में।
गौतमबुद्धनगर : गौ-मांस विवाद पर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने लिया बड़ा एक्शन,दादरी थाना प्रभारी सुजीत उपाध्याय को किया निलंबित और इसके अलावा एसीपी दादरी अमित प्रताप सिंह को किया लाइन हाजिर। बता दें कि यह मामला धीरे धीरे तूल पकड़ा जा रहा था। इस घटना की गंभीरता का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि इस घटना के बाद हिंदू संगठन मुखर होने लगे थे इस लिए पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने कड़ी कार्रवाई करते हुए दोनों अधिकारियों को हटा दिया है और सभी अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए संयुक्त टीम बनाकर कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर के सभी कोल्ड स्टोरेज की जांच के निर्देश दिया गए हैं।
आखिर कैसे खुला तस्करी का खेल………
बता दें कि दादरी के कोल्ड स्टोरेज में चल रहा था गौ मांस की तस्करी का खेल। बता दें कि दादरी क्षेत्र के लुहारली टोल प्लाजा पर 9 नवंबर की रात पुलिस और गोरक्षा हिंदू दल के संयुक्त ऑपरेशन में एक कंटेनर पकड़ा गया था। इसमें करीब 32 टन प्रतिबंधित मांस मिला था। जांच के बाद दादरी के एसपीजे कोल्ड स्टोरेज पर छापा मारा था जहां से पुलिस को मौके से 153 टन पैकिंग मांस बरामद हुआ था। 16 नवंबर को मथुरा की लैब ने अपनी जांच में इस बात की पुष्टि की थी कि सारा का सारा प्रतिबंधित गौ मांस था। इसके बाद 185 टन मांस को करीब 15 फीट गहरे गड्ढे में 30-40 टन नमक के साथ दबाकर नष्ट कर दिया गया था।
अपराध को लेकर क्या कुछ कहा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने…
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने कहा कि किसी भी दशा में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस में इस प्रकार के व्यापार ,अपराध ,परिवहन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा लगातार इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना को दृष्टिगत रखते हुए जनपद के सभी पुलिस उपायुक्त,पुलिस अधिकारियों एवं थाना प्रभारीयों को कड़े निर्देश निर्गत किए गए हैं। कोल्ड स्टोरेज से जुड़े मामले की आगे की जांच अपर पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक को दी गई है।
खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में….
बता दें कि कोल्ड स्टोर से पकड़ा गया प्रतिबंधित मांस की निगरानी का कार्य खाद्य सुरक्षा विभाग से जुड़ा मामले है। क्योंकि एसपीजे कोल्ड स्टोरेज गौतमबुद्धनगर के दादरी से संचालित हो रहा था। कोल्ड स्टोरेज से भेजें जा रहे मांस की शुद्धता को सुनिश्चित करने का कार्य खाद्य सुरक्षा विभाग का होता है। इसीलिए सही मायने में पुलिस विभाग से अधिक दोषी खाद्य सुरक्षा विभाग है।