:- चंद लोगों ने छीना गरीब मुसलमानों का हक, अब वक्फ एक्ट में संशोधन के बाद सरकारी जमीनों की लूट और अवैध कब्जों पर लगेगा अंकुश
:- विपक्षी पार्टियों ने मुसलमानों का केवल वोट के लिए किया इस्तेमाल
जेवर (उत्तर प्रदेश)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने वक्फ बोर्ड की संपत्तियों पर अमीरों और माफियाओं के अवैध कब्जे को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि गरीब मुसलमानों के हक छीनकर कुछ लोगों ने वक्फ जमीनों का गलत फायदा उठाया, लेकिन अब केंद्र सरकार के वक्फ एक्ट में संशोधन के बाद इन जमीनों को मुक्त कराकर शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार केंद्र बनाए जाएंगे।
“वक्फ जमीनों की लूट अब नहीं चलेगी” : धीरेंद्र सिंह
धीरेंद्र सिंह ने कहा, “देश में कुछ लोग मुसलमानों का खैरख्वाह बनकर वक्फ की जमीनों पर कब्जा जमाए बैठे हैं। मोदी सरकार ने नए कानून से इन अवैध कब्जों को खत्म करने का रास्ता साफ किया है। अब इन जमीनों पर गरीब मुसलमान बच्चों के लिए स्कूल, अस्पताल और स्किल डेवलपमेंट सेंटर बनेंगे।” उन्होंने यूपी सरकार की तारीफ करते हुए कहा, “2017 से पहले उत्तर प्रदेश में हर सप्ताह दंगे होते थे, लेकिन 2017 मे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की सरकार बनने के बाद प्रदेश में योगी जी ने कानून-व्यवस्था कायम की। आज वक्फ जमीनों पर अवैध कब्जा करने वाले जेल में हैं।”
विपक्ष ने मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक समझा
भाजपा नेता ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “कुछ दल और समाज के ठेकेदार वक्फ एक्ट के बारे में भ्रम फैला रहे हैं, लेकिन अब मुसलमान समझ गया है कि वक्फ जमीनों पर सबसे ज्यादा माफिया का कब्जा था। विपक्ष ने मुसलमानों को शिक्षा और सुरक्षा नहीं दी, बस वोट के लिए इस्तेमाल किया।”
इस मौके पर श्री हबीब हैदर राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा व सह-प्रभारी, पश्चिम बंगाल ने अपने संबोधन में कहा कि “विपक्षी पार्टियों ने हमेशा हम लोगों को गुमराह करने का काम किया है। विपक्षी पार्टियों ने मुसलमानों को न तो शिक्षा दी और न ही सुरक्षा दी, लेकिन अब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी मुसलमानों को शिक्षा, सुरक्षा के साथ साथ रोजगार भी दे रहे हैं।”
कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित
इस कार्यक्रम का संचालन मौलवी अशरफ़ अली ने किया तथा दर्जनों ग्रामों के सैकड़ो लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे, जिसमें मुफ्ती सुलेमान, मौलवी गुलफ़ाम, अबरार मास्टर जी, गफूर खां, जमील खान, इस्माइल खां, डॉ इब्राहिम खान, यामीन मेवाती, शराफत अली, हसीन खान, जफरुद्दीन नेता जी, जमशेद अली व कल्लन खान आदि मौजूद रहे।