हापुड़ :- आपने झोलाछाप डॉक्टर तो बहुत सुने होंगे , लेकिन हापुड़ में एक पूरा अस्पताल ही झोलाछाप निकला। प्रशासन की नाक के नीचे धड़ल्ले से चल रहे इस अस्पताल की पोल तब खुली , जब उपचार के लिए पहुंची एक घायल महिला की मौत हो गई। अब स्वास्थ्य विभाग ने लोगों की जान से खेलते इस अस्पताल को सील कर दिया है।
दरअसल मामला गढ़मुक्तेश्वर का है। जहां गढ़ बस स्टैंड के पास MGSS हॉस्पिटल है। यहाँ सड़क हादसे में घायल एक महिला को उपचार के लिए भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बड़े बड़े दावे कर उपचार शुरू किया , लेकिन महिला की मौत हो गई। इसके बाद नारक्ज़ परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगा हंगामा शुरू कर दिया। लिहाजा मौके पर पुलिस को पहुंचना पड़ा। तब तक अस्पताल से डॉक्टर व स्टाफ फरार हो चुका था। बात स्वास्थ्य विभाग तक पहुंची , तो पता चला कि ये अस्पताल तो बिना पंजीकरण ही चल रहा है। इतने से शहर में , इतनी प्राइम लोकेशन पर बिना पंजीकरण एक अस्पताल लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहा है और विभाग को ख़बर ही नहीं । सवाल उठने शुरू हुए तो डिप्टी के पी सिंह ने मौके पर पहुंच कर अस्पताल सील कर दिया। बताया तो ये भी जा रहा है कि ये अस्पताल पहले भी कई बार ऐसे ही विवादों में रहा है लेकिन स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और हीलाहवाली के चलते किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होती।