✍️ योगेश राणा
नोएडा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने इस साल की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं के लिए कई नई व्यवस्थाएं लागू की हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण नियम यह है कि परीक्षार्थियों को उत्तर पुस्तिका के हर पृष्ठ पर अपना रोल नंबर और क्रमांक अंकित करना होगा। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने केंद्र व्यवस्थापकों को इस नियम को सख्ती से लागू कराने के निर्देश दिए हैं।
पहली बार उत्तर पुस्तिकाओं में पृष्ठ संख्या का मुद्रण
इस साल यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में पहली बार उत्तर पुस्तिकाओं में पृष्ठ संख्या का मुद्रण किया जाएगा। इसके अलावा, प्रश्नपत्रों में केंद्रवार कोडिंग भी पहली बार की जाएगी। यह कदम परीक्षा प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और व्यवस्थित बनाने के लिए उठाया गया है।
मंडलीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति
यूपी बोर्ड ने इस साल पहली बार मंडल स्तर पर मंडलीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। यह कदम परीक्षा केंद्रों की निगरानी को मजबूत करने के लिए लिया गया है। साथ ही, सभी जनपदों और परीक्षा केंद्रों पर मुख्य विषय के प्रश्नपत्रों के अतिरिक्त सेट की व्यवस्था भी पहली बार की गई है।
कक्ष निरीक्षकों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज
इस साल कक्ष निरीक्षकों की उपस्थिति माध्यमिक शिक्षा परिषद के पोर्टल पर ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। यह व्यवस्था परीक्षा केंद्रों की निगरानी को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए लागू की गई है।
केंद्र व्यवस्थापकों की भूमिका
हर परीक्षा केंद्र पर दो केंद्र व्यवस्थापक होंगे, जिनमें एक आंतरिक और दूसरा बाह्य केंद्र व्यवस्थापक होगा। इनकी जिम्मेदारी परीक्षा केंद्र की व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाना होगा।
परीक्षा अवधि के दौरान केंद्र परिसर में मौजूद परीक्षार्थियों, कक्ष निरीक्षकों और कर्मचारियों के फोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को गेट के पास एक बॉक्स में रखवाया जाएगा।