✍️ योगेश राणा
नोएडा। सेक्टर-93 स्थित सुपर एमआईजी सनातन धर्म मंदिर में चल रही श्रीराम कथा के दूसरे दिन महामंडलेश्वर स्वामी पंचमानंद जी महाराज ने शिव-पार्वती विवाह प्रसंग का भावपूर्ण और रोचक वर्णन किया। कथा के दौरान मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, भक्तों ने मंत्रमुग्ध होकर दिव्य प्रसंगों का रसपान किया।
स्वामी पंचमानंद जी ने कहा कि हिमालयराज की पुत्री पार्वती बचपन से ही भगवान शिव को अपने पति के रूप में प्राप्त करने का संकल्प लेती हैं। उन्होंने घोर तपस्या की। देवताओं ने भी शिवजी से पार्वती के साथ विवाह करने का अनुरोध किया, लेकिन शिवजी तैयार नहीं हुए।
मां पार्वती की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर अंततः भगवान शिव विवाह के लिए तैयार हो गए। जब शिवजी भूत-प्रेत, गणों और देवताओं के साथ तन पर भस्म लगाए बारात लेकर हिमालयराज के महल पहुंचे, तो माता मैना उनका भेष देखकर घबरा गईं और विवाह से इनकार कर दिया। लेकिन देवताओं और परिवारजनों ने समझाया कि वे साधारण योगी नहीं, स्वयं देवों के देव महादेव हैं। अंततः शिव-पार्वती का शुभ विवाह सम्पन्न हुआ और देवताओं ने पुष्पवर्षा कर मंगल मनाया।
“शिवलिंग पर विल्वपत्र चढ़ाने से होते हैं सभी मनोरथ पूर्ण
“स्वामी पंचमानंद जी ने कहा कि भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए बिल्वपत्र (बेलपत्र) सर्वश्रेष्ठ उपाय है। श्रद्धा भाव से अर्पित किया गया बिल्वपत्र शिव को अति प्रिय है और इससे सभी मनोरथ सिद्ध होते हैं। उन्होंने कहा कि भक्ति में भाव की प्रधानता होती है, और भगवान शिव बहुत सहज हैं, सरल भक्ति से शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं।
श्रीराम कथा का आयोजन प्रतिदिन 5 से 9 बजे तक
श्रीराम कथा प्रतिदिन संध्या 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक चल रही है। कथा के आगामी दिनों में भी कई प्रमुख प्रसंगों का वाचन किया जाएगा।
8 जून को “नारद मोह” प्रसंग और भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा।
मुख्य रूप से उपस्थित रहे ।
इस पावन अवसर पर अनेक श्रद्धालु एवं सेक्टरवासी उपस्थित रहे। प्रमुख उपस्थितजनों में वीरेन्द्र द्विवेदी, शैलेश द्विवेदी, राजवीर सिंह, राजेश कुमार गुप्ता, रमेश चंद्र शर्मा, राघवेन्द्र दूबे, देवमणि शुक्ल, सुनील निगम, रवि राघव, गोरे लाल, संजय पांडे, हरि सिंह, रमेश दास, प्रमोद भारद्वाज, सी एल तिवारी, मुक्तेश भारद्वाज, हंसमणि शुक्ल, विश्वनाथ त्रिपाठी, गौरव, सर्वेश कुमार तिवारी, शिव कुमार पाठक, उमाकांत त्रिपाठी, रमेश वर्मा, दिनेश पाठक, एल.एस. तिवारी, श्रीमती सुभाष सिंह, भंडारी, अरुण झा, श्रीमती सुमन द्विवेदी, शशि बाला सहित अनेक भक्तजन उपस्थित रहे।