यूक्रेन और रूस का युद्ध जारी , फिर वहां पढ़ रहे 12 हज़ार भारतीय छात्र

नोएडा
यूक्रेन और रूस में शुरू हुआ भीषण युद्ध आज भी जारी है। शहर के शहर तबाह हुए जा रहे हैं। युद्ध के शुरुआती दिनों में वहां फंसे भारतीय छात्रों को सरकार सकुशल स्वदेश लाई थी। इतना ही नहीं दावा तो ये भी है कि उन सभी छात्रों की पढ़ाई की व्यवस्था भी भारत मे कर दी गई है। लेकिन इस बीच एक आरटीआई के जवाब ने सबको चौंका कर रख दिया है। भारत के यूक्रेन की राजधानी कीव में भारत के राजदूत के जनसूचना अधिकारी संजय कुमार देव ने नोएडा के आरटीआई एक्टिविस्ट रंजन तोमर को बताया है कि अभी भी 11987 भारतीय छात्र यूक्रेन में पढाई कर रहे हैं। जवाब में कहा गया है कि उक्त डाटा 1 मार्च 2023 तक कि सूचना के आधार पर है। उसके बाद किसी भी प्रकार का कोई इनपुट किसी भी यूनिवर्सिटी से नहीं मिला है।


यूक्रेन की डिग्री का है महत्व:
जानकारों की माने तो इतने छात्रों का युद्ब के बावजूद वहां पढ़ाई जारी रखने का मुख्य कारण यूक्रेन की शिक्षा व्यवस्था है। वहां की मेडिकल डिग्री यूरोप ,अमेरिका समेत दुनिया के ज़्यादातर क्षेत्रों में मान्य है। इसके आलावा यूक्रेन से पढ़ने के बाद यूरोप में भी आसानी से वीज़ा एवं नौकरी की गुंजाईश बढ़ने की बात विशेषज्ञ बताते हैं।